जनवाणी संवाददाता |
रुड़की: साहित्यकार श्रीगोपाल नारसन ने कहा कि वेद प्रताप वैदिक के निधन से पत्रकारिता जगत में एक रिक्तता सी आ गई है। उन्होंने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि भारतीय पत्रकारिता में वेद प्रताप वैदिक एक ऐसा नाम रहा है जो निष्पक्ष, निर्भीक, बेबाक और पत्रकारिता के मानदंडों पर खरा उतरने का प्रमाण है।
कुछ ही दिन पहले प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के एक कार्यक्रम में माउंट आबू गए तो उन्होंने डंके की चोट पर कहा कि आध्यात्मिक क्षेत्र में एक मात्र ब्रह्माकुमारीज ही ऐसी संस्था है जो दुनिया मे सबसे ज्यादा ब्रह्मचर्य का पालन कराती है और लोग अपनी मर्ज़ी से ब्रह्मचर्य का पालन करते है। पूरी तरह से स्वस्थ व जीवन पर्यंत लेखन करते रहे वेद प्रताप वैदिक के हिंदी पत्रकारिता में योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।