Saturday, July 27, 2024
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सख्त पहरे के बीच शुरू हुई यूपी बोर्ड परीक्षा

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  • सचल दलों ने केंद्रों का किया औचक निरीक्षण
  • जीआईसी में बैठ अधिकारियों ने की लाइव वेब मॉनिटरिंग

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: यूपी बोर्ड परीक्षा वर्ष 2023 का आगाज गुरुवार को सख्त चेकिंग और हाईटेक अंदाज में हुआ। परीक्षा शुरु होने से पहले ही हर केंद्र की लाइव वेब मॉनिटरिंग की गई। दोनों पालियों की परीक्षा में सख्ती के साथ चेकिंग हुई, तो सुबह से जीआईसी लाइव वेब मॉनिटरिंग के लिए तैयार रहा।

परीक्षा के लिए मुख्यद्वार पर परीक्षार्थियों की तलाशी ली गई। इस दौरान अधिकांश परीक्षार्थी बिना जूते-मोजे पहने हुए भागते हुए अपने परीक्षा कक्ष में भी पहुंचे। साथ ही परीक्षार्थियों के बैग आदि को केंद्र के मुख्यद्वार पर ही रखवा दिया गया।

बता दें कि मेरठ जनपद में यूपी बोर्ड परीक्षा 105 केंद्र पर हुई। परीक्षा केंद्र पर सुबह की पाली में इस वर्ष पुलिस कर्मी भी नजर आए। मगर परीक्षा छूटने के बाद केंद्रों के बाहर जाम की स्थिति रही और राम सहाय इंटर कॉलेज, हावर्ड प्लास्टेड, जीआईसी आदि जगहों पर जाम की स्थिति भी देखने को मिली।

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हर केंद्र पर सख्ती के साथ चेकिंग हुई तो सभी केंद्रों की लाइव वेब मॉनिटरिंग के माध्यम से बार-बार देखा गया। सुबह आठ बजे से पहले ही कैमरे चलते हुए मिले। इसके अलावा केंद्रों पर तलाशी सख्ती के साथ की गई। बालिकाओं की तलाशी महिला अध्यापिका और बालकों की तलाशी के लिए पुरुष अध्यापक केंद्रों पर तैनात रहे।

7.90 प्रतिशत ने छोड़ी पहले दिन की परीक्षा

यूपी बोर्ड की ओर से गुरुवार को 10वीं और 12वीं में हिंदी की परीक्षा का आयोजन किया गया। मेरठ जिले की बात करें तो दोनों परीक्षा के लिए 85761 छात्र पंजीकृत थे। जिसमें से 78,979 छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल हुए और 67,829 परीक्षा से किनारा किया।

टीसी नहीं, रजिस्ट्रेशन और आधार कार्ड भी नही मिला

हर बार की तरह इस बार भी अधिकांश परीक्षार्थियों के पास रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र नहीं मिला। इसके अलावा अन्य बोर्ड से परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के पास टीसी, रजिस्ट्रेशन नंबर भी का कागज भी नही मिला। ऐसे में अधिकांश परीक्षार्थियों को अंडर टेकिंग लेते हुए परीक्षा में बिठाया गया और अगली परीक्षा में सभी कागज जमा करने के लिए कहा गया।

परीक्षा पर रही एसटीएफ की पैनी नजर

जिले के नौ केंद्र संवेदनशील श्रेणी में है। इन केंद्रों पर परीक्षा के दौरान पुलिस और एसटीएफ की पैनी नजर रही। वहीं मंडल और जिला स्तर पर बनाए गए सचल दस्तों ने परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया।

वित्तविहीन विद्यालयों के परीक्षकों की उपस्थिति रही 20 प्रतिशत

परीक्षा के लिए वित्तविहीन विद्यालयों के 1600 शिक्षकों को भी परीक्षक के रूप में नियुक्त किया गया था, लेकिन पहले दिन ही बड़ा पेपर होने के बावजूद वित्तविहीन शिक्षकों की उपस्थिति केवल 20 प्रतिशत ही दर्ज की गई। ऐसे में केंद्रों पर जल्दबाजी में शिक्षकों को नियुक्त किया गया।

हिंदी का आसान पेपर देख खिले छात्रों के चेहरे

हाईस्कूल हिंदी का पेपर औसत रहा। राम सहाय इंटर कॉलेज से सुबह की पाली में परीक्षा देकर निकली दरकक्षा ने बताया कि पेपर काफी आसान रहा। परीक्षा में महादेवी की रचना के बारे में, हास्य रस का स्थायी भाव आदि प्रश्न पूछे गए। वहीं सिम्मी ने बताया कि पीपर पात सरिस मन डोला में कौनसा अलंकार है। सोरठा छंद में चरण होते है आदि प्रश्न पूछे गए जिनकों हल करने में कोई परेशानी नहीं हुई।

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इसके अलावा शाम की पाली में आयोजित किया गया इंटरमीडिएट हिंदी का पेपर भी औसत रहा छात्र पेपर देकर काफी खुश दिखाई दिए। आरजी कॉलेज से पेपर देकर निकली छात्राओं ने बताया कि प्रश्न काफी आसान पूछे गए थे। 12वीं के पेपर में सत्य की जीत के आधार पर धृतराष्ट्र का चरित्र चित्रण कीजिए, त्यागपथी के आधार पर हर्षवर्धन का चरित्र चित्रण कीजिए और आचरण की सभ्यता के निबंध लेखक है आदि प्रश्न पूछे गए।

की गई लाइव वेब मॉनिटरिंग

यूपी बोर्ड परीक्षा में लाइव वेब मनिटरिंग की गई। पूरी तरह से यूपी बोर्ड परीक्षा हाईटेक हो गई। हालांकि नेट की स्पीड ने कभी कभी धोखा दिया। खासतौर पर देहात के क्षेत्रों में ज्यादा दिक्कत रही। नेट स्पीड सही से नही मिल पाई, लेकिन लाइव वेब मॉनिटरिंग की व्यवस्था दुररस्त रही।

कैमरे भी चलते हुए मिले। इस बारे में डीआईओएस राजेश कुमार ने बताया कि जनपद में 105 केंद्र हैं और एक कंप्यूटर से 10-10 केंद्रों को जोड़ा गया है और एक बड़ी एलईडी भी लगाई गई हैं, जिसमें फुल वायस के साथ आवाज को सुना गया। केंद्रों की पूरी हलचल देखी गई।

जनपद में 86 हजार और क्षेत्रीय कार्यालय से 10 लाख से अधिक छात्र परीक्षा में हुए शामिल

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की वर्ष 2020 की बोर्ड परीक्षा में मेरठ परिक्षेत्र के 10,88,999 परीक्षार्थी शामिल हुए। इसमें मेरठ जनपद में 86 हजार के लगभग परीक्षार्थी शामिल हुए। वहीं क्षेत्रीय कार्यालय से हाईस्कूल में 5,70,199 परीक्षार्थी और इंटरमीडिएट में 51,8,800 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। परीक्षा के पहले ही दिन 10वीं व 12वीं में हिंदी का पेपर रहा।

गुुरुवार को भी रोल नंबर हुए जारी

गुरुवार को भी कुछ छात्रों के प्रवेश पत्र जारी किए गए। इसमें ऐसे छात्र भी रहे, जो कि अंत समय में अपने सभी कागज को लेकर पहुंचे। कोई डीआईओएस तो कोई क्षेत्रीय कार्यालय में गया। इस दौरान परीक्षार्थियों के साथ अभिभावक और स्कूलों के शिक्षक भी रहे। बहरहाल अंत में आने पर अधिकारियों ने फटकार भी लगाई कि अभी तक ध्यान क्यों नही दिया, लेकिन भविष्य को देखते हुए अंडर टेकिंग लेते हुए प्रवेश पत्र देकर उन्हें परीक्षा में बिठवाया गया।

तलाशी में मिले मोबाइल और बीड़ी, सिगरेट के बंडल

तलाशी के दौरान कई केंद्रों पर छात्रों के पास मोबाइल पाए गए। तत्काल छात्रों से मोबइल ले लिए गए और छात्र की जेब से बीड़ी सिगरेट के बंडल भी बरामद किए गए। इसके बाद केंद्र पर तलाशी में काफी सख्ती हो गई। इसके अलावा अधिकांश परीक्षार्थी सड़कों पर मॉडल पेपर को पढ़ते हुए भी मिले, जा ेकि केंद्र तक भी पहुंच गए। हालांकि उनके मॉडल पेपर बाहर ही रखवा दिए गए।

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