- हलके वाहनों पर लगी रोक 20 से 23 की मध्यरात्रि तक एक्सपे्रस-वे पर संचालन रहेगा बंद
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एक बार फिर कांवड़ को लेकर रूट डायवर्जन में परिवर्तन किया गया है। सड़कों पर एक भी कांवड़िये नहीं दिख रहे हैं, इसके बाद भी सड़कों पर कटस बंद कर दिये गए हैं। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दिल्ली रोड और दिल्ली-देहरादून हाइवे (एनएच-58) पर कांवड़ियों की आमद अभी कम होने से भारी वाहनों पर 17 जुलाई की मध्य रात्रि (रात 12 बजे) से रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। हाइवे पर हल्के वाहनों को 20 जुलाई की मध्य रात्रि (रात 12 बजे) से रोका जाएगा। शुक्रवार को कांवड़ पटरी और हाइवे का निरीक्षण करने के बाद अफसरों ने यातायात व्यवस्था में परिवर्तन किया है।
एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया की कांवड़ियों की संख्या बढ़ने और घटने की वजह से यातायात व्यवस्था में बदलाव भी किया जा सकता है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे को लेकर फिलहाल कोई बदलाव नहीं है। 23 की मध्यरात्रि तक एक्सप्रेस-वे पर संचालन यथावत रहेगा। 24 से 26 जुलाई तक एक्सप्रेस-वे बंद करने का निर्णय है। शहरवासी दिल्ली रोड पर एक लेन में चलेंगे।
दिल्ली रोड को लेकर फिलहाल यह तय किया गया है कि 17 जुलाई की मध्य रात्रि से एक लेन कांवड़ियों के लिए आरक्षित कर दी जाएगी। दूसरे लेन में आम शहरी आ-जा सकेंगे। इस दौरान पब्लिक ट्रांसपोर्ट यथावत रहेगा। दूसरा लेन बंद करने का फिलहाल निर्णय नहीं लिया गया है। एसपी ट्रैफिक का कहना है कि कांवड़ियों की संख्या जब बढ़ जाएगी तो दूसरी लेन पर भी सामान्य यातायात रोक दिया जाएगा।
आवश्यक सेवाओं के वाहनों के लिए अनुमति पास जारी किए जाएंगे। इनमें दूध, सब्जी, ब्रेड, चिकित्सा सेवा, रसोई गैस, समाचार पत्र व उनके कर्मचारियों के वाहन शामिल होंगे। पहले मुरादनगर में नहर की पटरी से रोकेंगे भारी वाहन। मुरादनगर से खतौली तक अधिकारियों ने नहर की पटरी का निरीक्षण किया। पटरी पर अभी काफी कम संख्या में कांवड़िये चल रहे हैं। यह कांवड़िये हरियाणा और राजस्थान के हैं।
एसपी यातायात ने बताया कि नहर की पटरी पर कांवड़ियों की संख्या बढ़ने पर वाहनों को मुरादनगर और खतौली से नहर की पटरी पर आने से रोका जाएगा। फिलहाल नहर पटरी पर वाहनों का संचालन हो रहा है। नहर पटरी पर वाहनों पर रोक लगाने के बाद ही हाईवे और दिल्ली रोड पर भारी वाहनों को रोका जाएगा। ये रहेगी यातायात व्यवस्था-दिल्ली से मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर, हरिद्वार और देहरादून जाने वाले वाहन दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे डासना इंटरचेंज होते हुए हापुड़-पिलखुवा से मेरठ में प्रवेश करेंगे।
यहां से किठौर होते हुए परीक्षितगढ़ से छोटा मवाना और फिर बहसूमा एवं रामराज से मीरापुर, जानसठ से मुजफ्फरनगर व सहारनपुर की ओर जा सकेंगे। देहरादून और हरिद्वार जाने वाले वाहन मीरापुर से गंगा बैराज बिजनौर, नजीबाबाद होकर हरिद्वार व देहरादून की ओर जा सकेंगे। इसी तरह से देहरादून और सहारनपुर से आने वाले वाहन मेरठ और दिल्ली जा सकेंगे। पुलिस चौकी साइलो द्वितीय हापुड़ व टियाला अंडरपास से खरखौदा मेरठ की ओर कोई वाहन आने नहीं दिया जाएगा।
मुरादाबाद से मेरठ आने वाले यात्री वाहन व रोडवेज बस गढ़मुक्तेश्वर से किठौर होते हुए मेरठ पहुंचेंगी। यहां से मवाना, बहसूमा होते हुए मुजफ्फरनगर और सहारनपुर जा सकेंगी। देहरादून जाने के लिए गंगा बैराज, बिजनौर नजीबाबाद होकर जा सकेंगे। शामली, करनाल (हरियाणा) व बागपत से मुरादाबाद बरेली जाने वाले वाहनों को ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से होते हुए दादरी कट से बुलंदशहर निकाला जाएगा। नहर पटरी से जाएंगे राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली के कांवड़िये।
एसपी यातायात ने बताया कि दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, गाजियाबाद और नोएडा जाने वाले कांवड़ियों को नहर की पटरी से निकाला जाएगा। नहर की पटरी पर यातायात बढ़ने के बाद दिल्ली-देहरादून हाईवे से निकालने की प्लानिंग की गई है।
बाहर के कांवड़ियों को शहर के अंदर (दिल्ली रोड) से नहीं जाने दिया जाएगा। उसके लिए खतौली और मोदीपुरम पुल के पास सांकेतिक बोर्ड भी लगा दिए गए हैं। ताकि अन्य राज्यों के कांवड़िये शहर के अंदर जाम में न फंस सकें। शहर के अंदर छह फीट की कांवड़ वाले कांवड़ियों को ही आने दिया जाएगा।