जनवाणी संवाददाता |
बिनौली: दिल्ली के विज्ञान भवन में रंछाड निवासी पूर्व प्रधानाचार्य एथलीट इलम चंद तोमर को खेल ओर साहसिक कार्य श्रेणी में उपलब्धियों के लिए उपराष्ट्रपति एम वैंकेयानायडू ने व्योश्रेष्ठ सम्मान से सम्मानित किया। उनके सम्मान पर रंछाड गांव में खुशी की लहर है।
बिजवाड़ा के बीपी इंटर कॉलेज से वर्ष 1996 में प्रधानाचार्य पद से सेवानिर्वत हुये रंछाड निवासी 85 वर्षीय इलमचंद तोमर ने खेल और साहसिक कार्य श्रेणी में ख्याति हासिल की। उन्होंने सिरसा के डेरा सच्चा सौदा आश्रम में रहकर योग व एथलेटिक्स की वेटरन राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में सैकड़ो पदक जीते। उनकी खेल और साहसिक कार्य श्रेणी को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें व्योश्रेष्ठ सम्मान के लिये चयनित किया।
शुक्रवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित सम्मान समारोह में उन्हें उपराष्ट्रपति एम वैंकेयानायडू ने व्योश्रेष्ठ सम्मान से नवाजा। सम्मान के दौरान केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र कुमार, रामदास अठवाले सहित कई मंत्री उपस्थित रहे। उन्हें व्योश्रेष्ठ सम्मान से पुरूस्कृत किये जाने पर रंछाड गांव में खुशी की लहर है। इसके लिए पुत्र ओमवीर सिंह तोमर, पौत्र अवनीश तोमर सहित अन्य परिजनों ने भारत सरकार का आभार व्यक्त किया है। पूर्व प्रधान समरपाल सिंह तोमर, सहेंद्र तोमर, देवेंद्र तोमर, प्रधान अंतुरत चौधरी ने कहा कि गुरू जी को व्योश्रेष्ठ सम्मान मिलना गांव के लिये गौरव की बात है।