जनवाणी संवादाता |
हल्दौर: क्षेत्र के ग्राम बाघा नांगल के जंगल मे भटक रहे झारखण्ड निवासी 15 वर्षीय किशोर को ग्रामीणों ने पुलिस की मौजूद्गी में चाइल्ड लाइन को सौंप दिया। ग्रामीणों का अंदेशा है बाल संरक्षण विभाग द्वारा कुछ दिन पूर्व आस पास के गांवों मे बाल मजदूरों को मुक्त कराने के लिए हुई छापेमारी से डर कर किसी ने किशोर को घर से निकाल दिया है।
थाना क्षेत्र के ग्राम बागा नांगल में गुरुवार को जंगल में ग्रामीणों को एक 15 वर्षीय किशोर भटकता हुआ मिला। जब ग्रामीणों ने रोककर उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम अनिल पुत्र सुबेश निवासी ग्राम कोने जनपद लातेहार झारखण्ड बताया। किशोर की जानकारी ग्रामीणों ने चाइल्ड हेल्प लाइन और हल्दौर पुलिस को दी।
सूचना के बाद चाइल्ड हेल्प लाइन की रश्मि लता व आकाश दीप हल्दौर थाने पहुंचे और बच्चे को अपनी निगरानी में ले लिया। जानकारी से पता चला कि कुछ दिन पूर्व जिला बाल कल्याण अधिकारी रूबी गुप्ता ने ग्राम खैराबाद में छापा मारकर दो बाल मजदूरों को मुक्त कराया था।
अनुमान है छापा मार कार्यवाही के डर से ही किसी ग्रामीण ने बंधक किशोर को घर से निकाल दिया होगा। कुछ ग्रामीणों ने बताया की क्षेत्र के कई गांवों में दबंग किसानों ने बिहार तथा झारखंड आदि राज्यों से मानव तस्करों के माध्यम से बाल मजदूर मंगाकर उन्हें बंधक बनाकर खेती तथा मजदूरी आदि का काम कराया जाता है।