- पहले फेज में 25 वार्ड, निगम ने कंपनी से 73 वार्डों का किया अनुबंध
- कंकरखेड़ा डिपो के 17 वार्डों में पुरानी व्यवस्था
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर को साफ-सुथरा और हरा-भरा बनाए रखने की अपनी कार्य योजना पर नगर निगम ने काम प्रारंभ कर दिया है। शहर में कूड़ा प्रबंधन की बेहतर व्यवस्था के लिए बीबीजी कंपनी के साथ निगम का करार पहले ही हो चुका है। अब आगामी 15 फरवरी से डोर-टू-डोर सर्वे अभियान की शुरुआत होगी। पहले चरण में 25 वार्डों में सर्वे का कार्य शुरु किया जाएगा। कंपनी से 73 वार्डों के कूड़ा कलेक्शन का अनुबंध किया गया है।
शुक्रवार को नगर निगम के सभागार में पत्रकार वार्ता में नगरायुक्त मनीष बंसल ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले फेज में हापुड़ रोड, गढ़ रोड, मवाना रोड और परीक्षितगढ़ रोड इलाके के 25 वार्ड सर्वे के लिए चयनित किए गए हैं। अनुबंध की शर्तों के तहत प्रतिदिन शहरी क्षेत्र के कूड़े का कलेक्शन कंपनी करेंगी। इसके लिए 250 गाड़िया खरीदी गई हैं। गाड़ियों में जीपीएस रहेगा और रूठ मैप से गाड़ियों का संचालन किया जाएगा।
नगरायुक्त ने बताया कि पूरी व्यवस्था की जानकरी के लिए ऐप बनाया जाएगा। इस ऐप पर फील्ड स्टॉफ की डिटेल होगी। सभी नागरिक इस पर अपनी समस्या बताने के साथ ही सुझाव भी दे सकेंगे। एक गली में 15-15 घरों का कलस्टर बनाया जाएगा। कूड़ा कलेक्शन वाले सभी मकानों, दुकानों और स्थानों पर क्यूआर कोड स्कैनर की सुविधा रहेगी।
ऐप पर नागरिक अपना पंजीकरण भी करा सकेंगे। उन्होंनें बताया कि आगरा, बनारस, इलाहाबाद, झांसी में कूड़ा प्रबंधन की इस योजना को अपनाया गया है और इसके बेहतर परिणाम मिले हैं। इस दौरान अपर नगरायुक्त प्रमोद कुमार, बीबीजी कंपनी के प्रोजेक्ट प्रबंधक सलिल मौजूद रहे।
जागरूकता को विभिन्न स्थानों पर होंगे नुक्कड़ नाटक
कूड़ा प्रबंधन में सहयोग करने के लिए शहर के नागरिकों को जागरुक किया जाएगा। इसके लिए अलग-अलग स्थानों पर नुक्कड़ नाटक आयोजित होंगे। नगरायुक्त ने जनता से अपील की है कि वह इस कार्य में शहर को स्ववच्छ बनाने के लिए अपना योगदान दें। घरों का गीला और सूखा कूड़ा अलग-अलग डस्टबिन में रखें, ताकि गीले कूड़े से खाद बनाया जा सके और सूखे कूड़े को रिसाइकिल किया जाएगा। दोंनो प्रकार के कूड़े की अलग-अलग डंपिग होगी।
काम नहीं करने पर जुर्माना देगी कंपनी
नगरायुक्त ने बताया है कि बीबीजी कंपनी से करार की शर्तों में तय हुआ है कि अगर निर्धारित समयवधि में कूड़ा कलेक्शन का कार्य नहीं किया गया तो निगम जुर्माना वसूलेगा। इसके लिए तीन, छह, नौ और 12 महीने का टाइम फार्मेट दिया गया है। तीन माह में 20, छह में 40, नौ में 60 और 12 माह में 80 फीसदी शहर के कूड़ा कलेक्शन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि कंपनी का पहले माह में 18 वार्ड, दूसरे में 36, चार माह में 60 और छह माह में 73 वार्डों को कवर करने का टॉरगेट है।
सफाईकर्मी ही घरों का कूड़ा उठाने का करेंगे कार्य
कूड़ा कलेक्शन के लिए बीबीजी कंपनी से करार के बाद भी नगर निगम कंकरखेड़ा डिपो के 17 वार्डों में पुरानी व्यवस्था को ही लागू रखेगा। इन वार्डों में सफाईकर्मी ही घरों का कूड़ा उठाने का कार्य करेंगे। बात दें कि नगर निगम के अंतर्गत शहरी क्षेत्र के 90 वार्ड आते हैं। निगम ने कंपनी से कूड़ा कलेक्शन के लिए केवल 73 वार्डों का अनुबंध किया है।
डेढ़ करोड़ की होगी सालाना आय
नगरायुक्त मनीष बंसल ने बताया कि कूड़ा कलेक्शन की मद में नागरिकों से शुल्क लिया जाएगा। जो बिना गृहकर वाले मकान हैं, उनसे 30 रुपये प्रतिमाह का यूजर चार्ज नगर निगम लेगा। इसके अलावा 200 मीटर पर 80 रुपये और 200 से अधिक पर 100 रुपये शुल्क निर्धारित किया गया है। व्यवसायिक क्षेत्री में 100 फीट की दुकान से 50 रुपये, 200 तक 100 और 200 से अधिक फीट पर 150 का यूजर चार्ज लगेगा।
दस कमरों के होटल, बैंक, एलआईसी, गेस्ट हाउस, स्कूल से 500 माहवार, विवाह मंडप, बैंकट हॉल, माल्स, क्लब, सिनेमा हॉल, निजी अस्पताल, 10 कमरों से अधिक के होटल से 1000 रुपये महीना लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शहर में 2.5 से 3 लाख यूनिट तक होने का अनुमान है। इससे निगम को शहर का 100 फीसदी कूड़ा कलेक्शन होने पर डेढ़ से दो करोड़ रुपये तक की सालाना आय होगी।