सरकारी नौकरी में सबसे अच्छी कोई नौकरी होती है तो वह है टीचर की नौकरी। यही कारण है कि मल्टीनेशनल जॉब्स के मुकाबले आज भी युवाओं की खासकर महिलाओं की पहली पसंद टीचर बनना होता है। कुछ लोग बचपन से ही की टीचर बनने का सपना सजोए रखते हैं, लेकिन जानते ही नहीं कि आखिर टीचर बनने के लिए क्या करना होता, कौन सी परीक्षा देनी होती और इसके लिए क्या पात्रता जरूरी है। वहीं युवा सीटीईटी और टीईटी (ळएळ) परीक्षा को लेकर भी बहुत कंफ्यूज होते हैं। उन्हें एक तो सीटीईटी और टीईटी का फर्क पता नहीं होता है, वहीं उन्हें दोनों परीक्षाओं की लिमिटेशन का पता नहीं होता है। आइये जानते हैं इन दोनों परीक्षाओं के फर्क को-
क्या है सीटीईटी : सीटीईटी का फुल फॉर्म केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा होता है। यह परीक्षा सेंट्रल लेवल पर आयोजित की जाती है। सीबीएसई यानी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा सीटीईटी परीक्षा का आयोजन किया जाता है। यह परीक्षा साल में दो बार होती है, एक बार जून और दूसरी बार दिसंबर में।
टीईटी परीक्षा क्या है: टीईटी का फुल फॉर्म राज्य शिक्षक पात्रता परीक्षा होता है। यह परीक्षा स्टेट लेवल पर आयोजित की जाती है। टीईटी परीक्षा का आयोजन राज्य के आधार पर साल में एक या दो बार किया जाता है। टीईटी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आप क्लास एक से लेकर आठ कक्षा तक के किसी भी सरकारी स्कूल में सरकारी टीचर बन जाते हैं। बिहार में होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा को एसटीईटी परीक्षा कहते हैं, वहीं उत्तर प्रदेश में होने वाली शिक्षक पात्रता परीक्षा को यूपीटीईटी और मध्य प्रदेश में होने वाली परीक्षा को एमपीटीईटी परीक्षा।
सीटीईटी और टीईटी के लिए उम्र सीमा : सीटीईटी परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए कोई ऊपरी आयु सीमा नहीं है, लेकिन विभिन्न राज्य सरकारों ने टीईटी परीक्षा के लिए अलग-अलग आयु सीमा तय की है।
कौन दे सकता है परीक्षा : दोनों परीक्षाओं के लिए पात्रता मानदंड समान हैं। उम्मीदवारों के पास मान्यता प्राप्त संस्थान से ग्रेजुएशन की डिग्री और बीएडी या डीएलएड हो। एसटीईटी परीक्षा में लेवल 1 यानी कक्षा एक से पांचवीं तक का शिक्षक बनने के लिए उम्मीदवारों को मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं की परीक्षा पास करना अनिवार्य है। वहीं एसटीईटी लेवल 2 यानी कक्षा 6 से 8वीं तक के लिए 50 प्रतिशत अंकों के साथ बैचलर डिग्री होना जरूरी है।
सीटीईटी और एसटीईटी में अंतर : सीटीईटी और एसटीईटी दोनों ही परीक्षाएं शिक्षक पात्रता परीक्षा है। अंतर बस इतना है कि एक राष्ट्रीय स्तर की शिक्षक पात्रता परीक्षा है दूसरी राज्यस्तरीय।
सर्टिफिकेट की वैधता : सीटीईटी और टीईटी की वैधता की बात करें तो नेशनल काउंसिल आॅफ टीचर एजुकेशन ने सीटीईटी और टीईटी दोनों सर्टिफिकेट की वैधता को जीवनभर के लिए वैलिड कर दिया हैै।