- बजट योगी सरकार का आर्थिक मॉडल: सिद्धार्थनाथ
जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: भाजपा के सिद्धार्थनाथ सिंह ने बजट को एक योगी सरकार का आर्थिक मॉडल करार दिया। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी पर तंज करते हुए कहा कि जिन्हें मिट्टी का काम करना था, उन्हें खनन के काम में लगा दिया। उनका इशारा खनन घोटाले में फंसे गायत्री प्रसाद प्रजापति की तरफ था। इसके विपरीत सपा सदस्यों ने बजट को पक्षपातपूर्ण करार देते हुए इसे महिला, किसान, युवा विरोधी बजट बताया। भाजपा सदस्य सिद्धार्थनाथ सिंह ने बजट पर जवाब की शुरुआत एक शेर के जरिये की। उन्होंने कहा कि सीढ़ी उन्हें मुबारक जिन्हें छत पर जाना है, आसमां है मंजिल जिसकी उन्हें रास्ता बनाना है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के सदस्यों पर तंज कसते हुए कहा कि जिनके पास कींचड़ है वे कींचड़ उछालते हैं और हमारे पास तो गुलाल है लेकिन हम कीचड़ में भी कमल खिलाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने जापान में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को मथुरा की सांझी कलाकृति देकर प्रदेश की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने का काम किया है। दाओस में 600 प्रतिनिधियों को ओडीओपी की कलाकृतियां देकर बड़े पैमाने पर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम किया गया। सरकार ने बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने का काम किया है। अल्पसंख्यकों के लिए 800 करोड़ रुपये का इंतजाम किया गया है। बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया गया है। प्रदेश की जीडीपी लगातार बढ़ रही है।
सपनों को गुमराह करने वाला बजट: लालजी वर्मा
जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: सपा सदस्य लालजी वर्मा ने बजट प्रस्तावों का विरोध करते हुए कहा कि यह सपनों को गुमराह करने वाला है। यह पूरी तरह पक्षपातपूर्ण और महिलाओं, युवाओं और किसानों के साथ धोखे वाले बजट है। उन्होंने आंकड़े प्रस्तुत करते हुए कहा कि कई विभागों का बजट पूरी तरह खर्च ही नहीं हुआ। लाल जी वर्मा ने कहा कि शिक्षा विभाग में हुई भर्तियों में राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग ने 68 हज़ार भर्तियों में आरक्षण में धांधली की रिपोर्ट दी। सरकार ने माना भी कि 6800 अभ्यर्थियों को गलत आरक्षण दिया गया लेकिन बजट में इस मुद्दे पर सरकार मौन है। उन्होंने कहा कि सरकार ने वादा किया था कि 70 लाख रोजगार दिए जाएंगे लेकिन अभी तक खुद संसदीय कार्यमंत्री ने स्वीकार किया है कि सिर्फ 9.5 लाख रोजगार दिए गए हैं। सरकारी भर्तियों में 4.50 लाख और निजी क्षेत्र में पांच लाख। उन्होंने कहा कि सदन में सरकार की ओर से गलत तथ्य रखे जा रहे हैं।
जनता को गुमराह करने वाला बजट: आराधना
जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ: कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने सुझाव दिया कि सरकार हर ग्रामीण घर में एक शौचालय की तरह स्नानघर भी बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह बजट जनता को गुमराह करने वाला है। समाज का हर वर्ग हाहाकार कर रहा है। सरकार ने किसानों को सिंचाई के लिए फ्री बिजली देने की बात कही थी लेकिन उसका कोई इंतजाम नहीं किया गया है। उन्होंने तदर्थ शिक्षकों के समायोजन के साथ ही कहा कि बजट में कर्मचारियों के लिए कुछ नहीं है। कर्मचारियों की पुरानी पेंशन के लिए भी कोई इंतजाम नहीं किया गया। बजट पर चर्चा में सपा सदस्य रविदास मेहरोत्रा, अपना दल रामनिवास वर्मा, राष्ट्रीय लोकदल के संजीव बालियान, निषाद पार्टी के अनिल त्रिपाठी, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओमप्रकाश राजभर भाजपा के मेघश्याम व वीरेन्द्र सिंह लोधी ने हिस्सा लिया।
- किसानों की आय दोगुना करना हमारा लक्ष्य: शाही
- परिषद में गूंजा किसानों की आत्महत्या का मामला, सरकार ने दिया जवाब
लखनऊ: विधान परिषद में शनिवार को किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य न मिलने के कारण किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्या का मामला, कोरोना में हुयी मृत्यु का मुआवजा न मिलने का मामला प्रमुख रूप से गूंजा। सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने कोरोना के मामले में सरकार को निर्देश दिया कि जिन अधिकारियों ने समय से सदन में सूचना नहीं दी है, उन अधिकारियों के विरूद्ध कार्रवाई करवाइये। जबकि किसानों के मामले में सरकार ने कहा कि किसानों को किसी भी तरह की कोई कठिनाई नहीं होने दी जायेगी। हमारे लिए किसानों का हित सर्वोपरि है। हमने बिचौलियों को खत्म किया है। किसानों की आय दोगुना करना हमारा लक्ष्य है।