- कृषि विज्ञान केन्द्र पर एक दिवसीय शिविर का आयोजन
जनवाणी संवाददाता |
खेकड़ा: खेकड़ा कृषि विज्ञान केंद्र पर गुरुवार को महिला किसानों के लिए एक शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में महिलाओं को रासायनिक खेती से होने वाले नुकसान व जैविक खेती के फायदे बताए।
गुरुवार को कृषि विज्ञान केंद्र पर प्रसार सुधार योजना के अंतर्गत महिला किसानों के लिए क्षमता विकास शिविर आयोजन किया गया। शिविर में जिला कृषि अधिकारी डा. सूर्य प्रताप सिंह ने कहा रासायनिक खेती से खेतों की उर्वरता नष्ट हो रही है। खेती की भूमि बंजर में तब्दील हो रही है।
रासायनिक खेती में फसलों को कीड़ो से बचाने के लिए रसायनों की संख्या बढ़ानी पड़ती है, लेकिन जैविक खेती से खेतों की उर्वरता शक्ति में बढोत्तरी होती है। फसलों में कीट पतंगे भी कम लगते है। वहीं फसलों के अंदर मौजूद प्रोटीन, काबोर्हाइड्रेट भी नष्ट नही होते है।
जैविक फसलों से बीमारियां भी उतपन्न नहंीं होती। जबकि रासायनिक फसलों से बीपी, शुगर, कैंसर जैसी घातक बीमारियां उतपन्न होती है। जैविक खेती से किसानों की लागत में भी कमी आती है, जिससे किसान को लाभ होता है। इसके साथ ही जैविक फसलों की मांग देश से लेकर विदेशों तक दोगुने दामों में है।
इसलिए किसान रासायनिक खेती को छोड़कर जैविक खेती अपनाए ताकि उसकी आय भी दोगुनी हो सके। इस अवसर पर सतीश कुमार, पिंकेश, अमृता, गुड्डी, सुनीता, मंजू, राजेश, रीनू, पायल, सीमा, सरेश, कमला आदि मौजूद रही।