- केन्द्र की टीम पांचली की लाभार्थी पूजा की बनाएगी डाक्यूमेंट्री
- आशा आनलाइन फार्म भरने के लिए लाभार्थियों को करेंगी प्रोत्साहित
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अब ज्यादातर काम आनलाइन करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। विभाग प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के फार्म आनलाइन भरे जाने को वरीयता दे रहा है। विभाग ने आनलाइन प्रक्रिया बढ़ाने के लिए जहां आशा कार्यकर्ताओं को निर्देश दिये हैं, वहीं पात्र लाभार्थियों से भी योजना का लाभ लेने के लिए फार्म आनलाइन भरने की अपील की है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के अंतर्गत आशा कार्यकर्ता कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लाभार्थियों से योजना के फार्म एकत्र कर रही हैं। कारोना संक्रमण को देखते हुए इस समय यह काम जोखिम भरा है, इसलिए जो पात्र लाभार्थी हैं उनके द्वारा आनलाइन आवेदन किया जा सकता है। इससे उन्हें और विभाग दोनों को सुविधा रहेगी। उन्होंने बताया कोरोना संक्रमण को देखते हुए पात्र लाभार्थियों से अपील की गई है कि वह अपने फॉर्म आनलाइन भरें।
इससे समय की बचत होगी और लाभार्थी को योजना का लाभ भी जल्दी मिल जाएगा। योजना की नोडल अधिकारी एसीएमओ डा. पूजा शर्मा ने बताया आशा कार्यकर्ताओं को भी विभाग की ओर से निर्देश दिये गये हैं कि वह आनलाइन फार्म भरने के लिए क्षेत्र में लाभार्थियों को प्रोत्साहित करें। उन्होंने कहा यदि लाभार्थी समर्थ है तो उसे आनलाइन फार्म भरने के बारे में बताएं, जिससे कोरोना काल में भी योजना का लाभ निरंतर मिलता रहे।
योजना की जिला कार्यक्रम समन्वयक रिचा श्रीवास्तव ने बताया आनलाइन आवेदन करने के लिए प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के पोर्टल पर जाकर लॉगिन करें तथा अपनी मेल आईडी का मोबाइल नंबर के माध्यम से इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करें। जब आपका रजिस्ट्रेशन इस योजना में हो जाएगा तब संबंधित जानकारी जैसे अंतिम, मासिक चक्र एलएमपी की तिथि, मोबाइल नंबर तथा लाभार्थी का वर्तमान पता और संबंधित ब्लॉक की जानकारी भरनी है। यह सभी जानकारी संबंधित ब्लाक के डाटा एंट्री आपरेटर के पास आनलाइन पहुंच जाएगी फिर आगे की कार्रवाई विभाग करेगा।
तीन किस्तों में मिलते हैं पांच हजार रुपये
जिला कार्यक्रम समन्वयक ने बताया इस योजना के तहत पहली बार गर्भवती होने पर योजना के तहत पंजीकरण के लिए गर्भवती और उसके पति का कोई पहचान पत्र या आधार कार्ड, मातृशिशु सुरक्षा कार्ड, बैंक पासबुक की फोटोकॉपी जरूरी है। बैंक अकाउंट ज्वाइंट नहीं होना चाहिए।
पंजीकरण के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में एक हजार रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने और गर्भावस्था के छह माह बाद दूसरी किस्त के रूप में दो हजार रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर महिला को तीसरी किस्त के रूप में दो हजार रुपये दिए जाते हैं। यह सभी भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही किये जाते हैं।
केन्द्र की टीम बनाएगी डाक्यूमेंट्री
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत लाभार्थी को योजना का कितना फायदा मिला है यह हकीकत जाने के लिये केन्द्र सरकार ने मेरठ के जानी ब्लाक के पांचली गांव की लाभार्थी पूजा को चुना है। दिल्ली से आने वाली टीम पूजा से योजना के मिलने वाले लाभ से उनके परिवार पर सामाजिक व आर्थिक रूप से कितना प्रभाव पड़ा है, इसको लेकर डाक्यूमेंट्री बनाएगी।