- 32 अवैध निर्माणों पर गरज चुका एमडीए का पीला पंजा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: 16 अवैध निर्माण फिर मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) के निशान पर हैं। 32 अवैध निर्माणों पर एमडीए पहले ही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कर चुका हैं, लेकिन अब फिर से एमडीए ने 16 अवैध निर्माणों के ध्वस्तीकरण करने के लिए पुलिस की मांग की हैं। यह कार्रवाई तमाम उप जोन में की जाएगी। एमडीए की बड़ी कार्रवाई कमिश्नर सुरेन्द्र सिंह के निर्देश पर पिछले एक माह से चल रही हैं।
कमिश्नर ने जब से एमडीए का दौरा किया हैं, तब अवैध निर्माणों पर शिकंजा कसने के निर्देश इंजीनियरों की मीटिंग लेकर की थी। तब से ही ध्वस्तीकरण का अभियान चल रहा हैं। अब फिर से एमडीए ने अवैध निर्माण चिन्हित किये हैं, जिसमें एनएच-58 पर स्थित है योगीपुरम भी शामिल हैं। योगीपुरम कॉलोनी जिस स्थान पर विकसित की गई हैं, वहां पर स्पोर्ट्स गतिविधियां ही संचालित हो सकती हैं, लेकिन यहां पर मकान बनाकर खड़े कर दिये गए हैं।
यह कॉलोनी करीब 200 बीघा में फैली हुई हैं। इससे आगे सुभारती मेडिकल कॉलेज से दक्षिण दिशा से सटकर अवैध कॉलोनी विकसित की जा रही हैं। यह कॉलोनी भी कई हेक्टियेर में विकसित की जा रही हैं। बिजली की आपूर्ति भी इसमें चालू कर दी गई हैं। ट्रांसफार्मर भी लगा दिया गया है।
खंभे भी लगा दिये गए हैं। ऊर्जा निगम तेजी से कार्य कर रहे है अवैध कॉलोनी में हैं। इतनी तेजी तो स्वीकृत कॉलोनी में विद्युतीकरण करने में भी दिखाई नहीं देती। लाला मोहम्मदपुर गांव की एंट्री पर ही एक और कॉलोनी विकसित की जा रही हैं। रास्ते तैयार किये जा रहे हैं। काम तेजी से चल रहा हैं, लेकिन इस पर भी अंकुश नहीं हैं। एमडीए इंजीनियरों की इसमें सेटिंग का खेल किया जा रहा हैं।
मवाना रोड पर की तीन अवैध कॉलोनियां पर भी बुलडोजर चलेगा, जिसमें अम्हैडा में मवाना रोड से एंट्री करने पर श्मशान घाट के पास दो अलग-अलग कॉलोनी विकसित की जा रही हैं। इनका ध्वस्तीकरण में फाइल लगा दी गई हैं, लेकिन एक भाजपा नेता ध्वस्तीकरण बचाने में जुटे हैं। चर्चा है कि भाजपा नेता की सिफारिश के बाद भी एमडीए इंजीनियरों ने इसकी फाइल ध्वस्तीकरण में लगा दी हैं, जिसके बाद अवैध कॉलोनी विकसितकर्ता परेशान हैं।
यही नहीं, मोदीपुरम में भी दो अवैध कॉलोनियों को ध्वस्तीकरण करने के लिए चिन्हित किया गया हैं, जिसमें लावड रोड की एक कॉलोनी शामिल की गई हैं। गढ़ रोड पर काली नदी के समीप विकसित की जा रही दो अवैध कॉलोनियों पर भी बुलडोजर चलेगा। इसकी फाइल भी इंजीनियरों ने ध्वस्तीकरण में लगा दी हैं। अब एमडीए की तरफ से ध्वस्तीकरण अभियान फिर से चलाने के लिए फोर्स की मांग की हैं।
रोहटा रोड पर बाइपास से थोड़ा आगे चलते ही राइट हैंड पर आगे कॉलोनी का मानचित्र स्वीकृत कराकर पीछे अवैध कॉलोनी विकसित कर दी गई हैं। इस पर एमडीए के अधिकारी खास मेहरबान हैं। इस पर कार्रवाई करने से एमडीए इंजीनियर क्यों बच रहे हैं? इस कॉलोनी के पीछे 200 बीघा जमीन बिल्डर ने और खरीद ली हैं, जिसका मानचित्र स्वीकृत नहीं कराया और अवैध कॉलोनी विकसित करने का काम आरंभ कर दिया गया हैं।