Thursday, July 10, 2025
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Iran-Israel तनाव के बीच भारत सरकार का बड़ा कदम, Opration ‘Sindhu’ के तहत भारतीय छात्रों की सुरक्षित वापसी शुरू

जनवाणी ब्यूरो |

नई दिल्ली: ईरान और इस्राइल के बीच बढ़ते युद्ध जैसे हालात के बीच भारत सरकार ने वहां फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश वापस लाने के लिए ऑपरेशन सिंधु की शुरुआत की है। इस अभियान के तहत गुरुवार सुबह 100 से अधिक यानि 110 भारतीय छात्रों का पहला जत्था दिल्ली एयरपोर्ट पर सुरक्षित पहुंचा। ये सभी छात्र ईरान के विभिन्न हिस्सों में रह रहे थे और बिगड़ते हालात के बीच उन्हें पहले आर्मेनिया पहुंचाया गया, फिर वहां से कतर के रास्ते भारत लाया गया।

विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?

विदेश मंत्रालय ने कहा है कि विदेशों में रह रहे भारतीयों की सुरक्षा सरकार की “पहली प्राथमिकता” है। मंत्रालय के मुताबिक, इस समय ईरान में 4,000 से अधिक भारतीय नागरिक रह रहे हैं, जिनमें से लगभग आधे छात्र हैं।

क्या बोले छात्र?

दिल्ली पहुंचे एक छात्र यासिर गफ्फार ने बताया कि उन्होंने ईरान में मिसाइल हमलों और धमाकों की आवाजें खुद सुनी थीं। उन्होंने कहा, “डर का माहौल था, लेकिन अब भारत पहुंचकर राहत महसूस हो रही है। हालात सुधरने के बाद मैं अपने सपनों को पूरा करने के लिए वापस ईरान लौटना चाहता हूं।”

यासिर ने बताया कि उन्हें पहले यूनिवर्सिटी से निकाला गया, फिर आर्मेनिया लाया गया और वहां से कतर के रास्ते भारत पहुंचाया गया। उन्होंने भारत सरकार की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए धन्यवाद जताया।

पीएम मोदी को किया धन्यवाद

जम्मू और कश्मीर छात्र संघ ने भी इस अभियान की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर को धन्यवाद दिया और उम्मीद जताई कि शेष छात्रों को भी जल्द ही सुरक्षित वापस लाया जाएगा।

विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ईरान और अर्मेनिया सरकारों के सहयोग से निकासी अभियान को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है। तेहरान स्थित भारतीय दूतावास और नई दिल्ली में बने 24×7 नियंत्रण कक्ष के जरिए सभी भारतीय नागरिकों को हरसंभव सहायता दी जा रही है।

सरकार ने ईरान में रह रहे भारतीयों को सलाह दी है कि वे भारतीय दूतावास की आपातकालीन हेल्पलाइन और नियंत्रण कक्ष के संपर्क में बने रहें और स्थिति सामान्य होने तक सतर्कता बरतें।

बता दें कि, ऑपरेशन ‘सिंधु’ के तहत 100+ छात्रों का पहला जत्था भारत पहुंचा है। वहीं, ईरान में अब भी 4,000+ भारतीय हैं जिनमें आधे छात्र शामिल हैं। भारत सरकार ने ईरान, आर्मेनिया और कतर के सहयोग से निकासी अभियान चलाया है। जिसमें छात्रों और उनके परिवारों ने सरकार का आभार जताया है। इसके अलावा सरकार ने ईरान में रह रहे भारतीयों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

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