Wednesday, June 18, 2025
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‘मिट गए अंगुलियों के निशान कहां जाएं सरकार’

  • सरकारी स्थानों पर नहीं है आंखों की पुतलियों की मशीन
  • उम्र बढ़ने के साथ बुजुर्ग सरकार को नहीं दे पा रहे जिंदा होने का सबूत

जनवाणी संवाददाता |

सरूरपुर: सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए सरकार द्वारा जारी किया गया आधार कार्ड अप बुजुर्ग लोगों के लिए दुश्वार कार्ड बनता जा रहा है, उम्र के अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुके बुजुर्गों के आधार कार्ड में अंगुलियों के निशान मिटने से सरकारी सुविधाओं से पूरी तरह महरुम हो चले हैं, वह चाहे बैंक से पैसे निकालने हो चाहे पर राशन कार्ड या पेंशन का काम है। हर जगह अंगुलियों को लगाकर वेरिफिकेशन कराना होगा, लेकिन उंगलियों का निशान मिटने से बुजुर्ग महरुम हैं।

‘मिट गए अंगुलियों के निशान हम कहां जाएं सरकार’ यह उम्र के अंतिम पड़ाव और चेहरे की झुर्रियों में छिपे काम के तजुर्बे की शक्ल लिए कई बुजुर्गों का दर्द जुबां पर आ गया है। दरअसल, सरकार द्वारा सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य कर दिए जाने के बाद अब उम्र के अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुके ज्यादातर बुजुर्ग लोगों के हाथ की अंगुलियों के निशान मिटने के कारण आधार कार्ड में नहीं आ पाते हैं।

जिस कारण उन्हें तमाम सरकारी सुविधाओं से महरूम होना पड़ रहा है। बैंक से पैसे निकालने के लिए केवाईसी कराना हो या फिर पेंशन जारी रखने के लिए केवाईसी कराने के लिए अपनी उपस्थिति दर्ज कराना हो चाहे फिर राशन डीलर के यहां राशन कार्ड लेने के लिए फिंगर लगाने की बात हो । तमाम सरकारी जगहों पर अंगुलियों का निशान मिटने के कारण सरकारी सुविधाएं मयस्सर नहीं हो पा रही हैं।

बढ़ती उम्र घटती काम करने की क्षमता बढ़ते खर्चे बुजुर्गों के लिए जैसे बुढ़ापे की सहारा आधार बेकार साबित हो रहा है। दरअसल, ज्यादातर सरकारी स्थानों वह चाहे बैंक हो डाकघर या फिर राशन डीलर तमाम जगहों पर सरकार ने आधार कार्ड वेरीफाई कराने के लिए फिंगर लगाना अनिवार्य कर रखा है, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ अंगुलियों के निशान मिटने से ज्यादातर बुजुर्गों के अंगुलियों के निशान नहीं आ पाते हैं, जिस कारण इन सुविधाओं से महरूम होना पड़ता है। कस्बा हर्रा निवासी कांता आंगनबाड़ी सहायिका है, लेकिन उसके अंगुलियों के निशान बैंक में यह सरकारी सुविधाएं अंगुलियों के निशान मिटने के कारण नहीं मिल पा रही।

इसी तरह हसीना वसीला नूरेन, चमनो और आशा सही न जाने कितने बुजुर्गों की यही कहानी और परेशानी है। जिससे आधार कार्ड में अंगुलियों के निशान नहीं आने के कारण जिंदा ज्यादातर बुजुर्ग होकर भी सुबूत नहीं दे पा रहे हैं। इस इस कारण बुजुर्गों को बुढ़ापे सरकार से बुढ़ापे के सहारे में कोई सुविधा मयस्सर नहीं हो पा रही है। अपने बुढ़ापे और सरकार किस नियम पर अफसोस के अलावा बुजुर्ग और कुछ नहीं कर पा रहे हैं। कुल मिलाकर सरकार का आधार कार्ड बुजुर्गों के लिए दुश्वार कार्ड भी साबित हो रहा।

सरकारी केंद्रों पर नहीं है आंखों की पुतली की मशीन

सरकार द्वारा आधार कार्ड आधार वेरीफाई कराने के लिए सरकारी सुविधाएं लेने हर किसी को अपना को अंगूठा लगाकर वेरिफिकेशन होता है, लेकिन ज्यादातर सरकारी स्थानों संस्थानों पर केवल अंगूठा लगाने की मशीन होने के कारण बुजुर्ग की अंगुलियों के निशान नहीं आ पाते हैं। जिससे वे मेहरून मायूस होकर लौट जाते हैं, लेकिन यहां सरकार ने आंखों की पुतलियों के लिए आज तक भी कोई मशीन उपलब्ध नहीं कराई है।

जिससे इन बुजुर्गों को बुढ़ापे के सहारे के रूप में सरकार से कुछ मदद मिल सके। अंगूठा नहीं आने के कारण मायूस होकर अपने बुढ़ापे को कोसकर और दिल मसोसकर बुजुर्ग बैठ जाते हैं। सरकार ने आज तक इस और ध्यान नहीं दिया है, ज्यादातर स्थानों पर आज भी केवल अंगूठा लगाने वाली मशीन ही उपलब्ध है। िजससे इन पर बुजुर्गों के अंगुलियों के निशान नहीं आने के कारण वह कुछ नहीं कर पाते।

इन सुविधाओं में आधार पर अंगूठा लगाना है अनिवार्य

सरकार द्वारा सरकारी सुविधाओं में आधार कार्ड अनिवार्य कर दिए जाने के बाद अब आपको बैंक खाते चलाना हो तो आपको अंगूठा लगाकर केवाईसी करानी होगी, फिर चाहे सरकार से पेंशन लेनी हो उसके लिए भी आपको अंगूठा लगाकर ईकेवाईसी करानी होगी, चाहे डीलर से राशन लेना हो वहां भी अंगूठा ही लगाना पड़ता है।

हाल ही में पीएम किसान की ईकेवाईसी आयुष्मान पैन कार्ड में भी अंगूठा लगाकर ईकेवाईसी कराना अनिवार्य किया गया है। ज्यादातर बुजुर्ग इन सब से महरूम हैं। कुल मिलाकर तमाम सरकारी सुविधाओं में आधार वेरिफिकेशन अंगूठा लगाकर किया जाता है।

ऐसे बनता है आधार

जब आप आधार कार्ड बनवाते हैं तो आधार मशीन पर आप की हाथ की 10 अंगुलियों के निशान आंखों की पुतली और चेहरे की फोटो ली जाती है। जिसके बाद आधार वेरिफिकेशन अगर कराना होगा तो आपको 10 अंगूली में से एक भी अंगूली लगानी होगी। मिलान होने पर आपका वेरिफिकेशन होगा।

इसके अलावा आंख की पुतली से भी आपकी वेरिफिकेशन आधार कार्ड की वेरिफिकेशन हो सकती है। पांच साल के बाद के आधार कार्ड बच्चों का अपडेट कराना होता है। जबकि इसके अलावा भी समय-समय पर आधार कार्ड को अपडेट कराते रहना चाहिए। जिससे आधार कार्ड वेरिफिकेशन में कोई दिक्कत नहीं आती।

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