- तालाब की हालत खस्ता, तहसील रोड स्थित तालाब में फिर जमने लगी गोबर की परत और घास
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: तहसील रोड स्थित तालाब का सौंदर्यीकरण लाखों खर्च के बाद भी अधर में लटका हुआ है। अमृत सरोवर बनाने के लिए खर्च की गई रकम गोबर में तब्दील हो गई है। क्योंकि खुदाई के बाद तालाब में कोई काम नहीं हुआ और आॅवर फ्लो हुए तालाब में फिर से गोबर की मोटी परत जम गई है और घास उग आई है।
खुले ताालाब में हादसों की आशंका भी बनी हुई है। मगर पालिका काम पूरा कराने को तैयार नहीं है। पालिका प्रशासन भी ठेकेदार को नोटिस जारी करके बैठ गया है। अब यदि इस खुले तालाब में कोई हादसा होता है तो इसकी जिम्मेदारी लेने वाला कोई नहीं है।
दरअसल अमृत सरोवर योजना के तहत सरधना में तहसील रोड स्थित तालाब का सौंदर्यीकरण किया जाना था। जिसके लिए करीब 80 लाख रुपये का ठेका छोड़ा गया था। तालाबा की खुदाई तो हुई, लेकिन उससे आगे काम नहीं बढ़ सका। उलटा तालाब में नाले का पानी फिर से छोड़ दिया गया। जिसके चलते तालाब ओवरफ्लो हो गया है। अब तालाब में गोबर की परत जम गई है और घास उग आई है। खुले तालाब में हादसा होने की भी आशंका बनी हुई है।
मगर पालिका तालाब का कार्य पूरा कराने को तैयार नहीं है। यहां तक की ठेकेदार को रनिंग पेमेंट भी कर दिया गया। काम कराने के नाम पर पालिका प्रशासन एक नोटिस जारी करके बैठ गया है। ऐसे में लाखों रुपये गोबर हो रहे हैं। इस संबंध में ईओ शशि प्रभा चौधरी का कहना है कि ठेकेदार को नोटिस जारी किया गया है। यदि इसके बाद भी काम पूरा नहीं करता है तो ठेकेदार से भुगतान की वसूली की जाएगी और फिर से टेंडर छोड़ा जाएगा।
दूसरे दिन मनोहरपुर के जंगल में सरकारी भूमि की गई चिन्हित
हस्तिनापुर: एसडीएम के निर्देश पर राजस्व विभाग वन विभाग और पुलिस प्रशासन के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से दूसरे दिन अभियान चलाकर मनोहरपुर के जंगल में सैकड़ों हेक्टेयर सरकारी भूमि को चिन्हित किया। गंगा के किनारे पर सरकारी भूमि पर कब्जा करने वाले भूमाफियाओं पर दूसरे दिन भी सरकारी पंजा जमकर चला। रविवार को शेरपुर के जंगल में सैकड़ों हेक्टेयर भूमि को चिन्हित किया गया था
वहीं अभियान को जारी रखते हुए एसडीएम अखिलेश यादव के निर्देश पर राजस्व विभाग, वन विभाग और थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से मनोहरपुर के जंगल में सोमवार को अभियान चलाया। इस अभियान के अंतर्गत उन्होंने यहां पर मौजूद सैकड़ों हेक्टेयर सरकारी भूमि को चिन्हित किया और भूमि का सीमांकन किया गया। इस अवसर पर राजस्व निरीक्षक लेखपाल आदि मौजूद रहे। वहीं, अधिकारियों के लगातार दूसरे दिन चले अभियान से गंगा किनारे सरकारी भूमि पर कब्जा करने वाले भूमाफियाओं में हड़कंप मचा रहा।
वन विभाग के रेंजर नवरत्न सिंह के नेतृत्व सुबह से शाम तक अभियान चला। जिसमें मनोहरपुर के जंगल में मौजूद सरकारी भूमि को चिन्हित किया गया। इस अवसर पर एसडीएम अखिलेश यादव ने तहसीलदार सचिन चौधरी के साथ मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उधर, प्रशासनिक अधिकारियों की इस कार्रवाई से सरकारी भूमि पर खेती करने वाले भूमाफियाओं के पसीने छूटते नजर आए और वह इधर-उधर दौड़ते रहे। परंतु कार्रवाई करने वाली टीम के नजदीक नहीं आ सके।