- कांवड़ यात्रा: गंगनहर पटरी पर कांवड़ियों की हुई दस्तक, राजस्थान के कांवड़िये आने शुरू
जनवाणी संवाददाता |
सरधना: चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग गंगनहर पटरी पर प्रशासनिक तैयारी अधूरी है और कांवड़ियों की दस्तक हो गई है। चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग गंगनहर पटरी से हर साल लाखों की संख्या में कांवड़िया गुजरते हैं। आगामी 22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है। मगर प्रशासन की तैयारी पूरी होने का नाम नहीं ले रही है। पटरी पर अभी तक प्रकाश व्यवस्था का काम पूरा नहीं हुआ है। झाड़ियां साफ करने का काम भी अब शुरू किया गया है। जिसके चलते कांवड़ियों को परेशानी उठाना लाजमी है।
गुरुवार से पटरी पर कांविड़यों की आमद भी हो गई। पटरी से राजस्थान के कई जत्थे गुजरे। राजस्थान के भरतपुर निवासी सुंदर, शंभू, राकेश आदि ने बताया कि वह हरिद्वार से जल लेकर चले हैं। बात करने पर बताया कि पटरी पर उन्हें अभी तक कोई शिविर नहीं मिला है। इसके अलावा प्रशासनिक व्यवस्था भी कुछ नहीं है। जिसके चलते सफर तय करने में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। उमस वाली गर्मी के कारण मानपुरी के निकट कांवड़िया पेड़ों के नीचे आराम करने को रुके। वहीं पटरी पर कर्मचारी लाइट लगाने में लगे रहे। इसके अलावा बिजलीघर के आसपास झाड़ियां साफ करने का काम जारी रहा।
प्रशासन के साथ सेवादारों ने भी तेज की तैयारी
कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन के साथ सेवादारों ने भी तैयारी तेज कर दी है। कांवड़ यात्रा का आगाजा होने में तीनदिन शेष रह गए हैं। समय के साथ गंगनहर पटरी पर कांवड़िया नजर आने शुरू हो गए हैं। कांवड़ यात्रा सकुशल संपन्न कराने के लिए प्रशसान ने भी अधिकांश तैयारी पूरी कर ली है। प्रशासन दिन रात कांवड़ यात्रा की तैयारी में लगा हुआ है। वहीं सेवादारों ने भी अपनी तैयारी तेज कर दी है। कांवड़ मार्ग गंगनहर पटरी पर विभिन्न स्थानों पर सेवा शिविर लगने शुरू हो गए हैं। गुरुवार को दिनभर सरधना पुल के अलावा मानपुरी व दौराला पुल के निकट सेवादारा सेवा शिविर लगाते हुए नजर आए। वहीं प्रशासन की ओर से भी सफाई व प्रकाश व्यवस्था का कार्य जारी रहा। दिनभर संबंधित विभाग के अधिकारी कांवड़ मार्ग गंगनहर पटरी पर गश्त करते हुए नजर आए।
कांवड़ यात्रा से पहले हर्रा-खिवाई में सजी अवैध मीट की दुकानें
सरूरपुर: 22 जुलाई से जहां कांवड़ यात्रा शुरू हो जाएगी, वहीं शासन के आदेश के विरुद्ध क्षेत्र के हर्रा-खिवाई में अवैध मीट की दुकानें सजाने की परमिशन आखिर किसने दे दी? तीन महीने से बंद पड़ा अवैध कटान कांवड़ यात्रा से पहले ही फिर से शुरू करा दिया गया। इसे लेकर जहां पुलिस कटघरे में है,वहीं अवैध मीट कटान करने वालों के भी काफी हौंसले बुलंद है। इसे लेकर फिलहाल सरूरपुर थाना काफी चर्चा में है। कांवड़ यात्रा शांति से संपन्न कराने के लिए अधिकारी रात दिन जुटे हैं। सभी संभव कोशिशें कर रहे हैं। इसके लिए कांवड़ मार्गों की शराब व मीट की दुकानें बंद करने के भी आदेश हैं, लेकिन इसके उलट सरूरपुर थाने के कस्बा हर्रा और खिवाई में कुछ अधिकारियों की शह पर पिछले तीन महीने से बंद पड़ी मीट की दुकानें कांवड़ यात्रा शुरू होने से ऐन पहले सजवा दी गईं।
ऐसा किस लिए और किस मंशा से किया गया? इसका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है। दरअसल, पिछले तीन महीने से हर्रा-खिवाई में अवैध मीट कटान बंद था और दुकानें भी पूरी तरह से बंद चल रही थी। जिसे लेकर नगर के कुछ सभासद मुख्यमंत्री से लेकर एसएसपी तक शिकायत कर रहे थे। जिसके चलते यह कदम उठाया गया था और मीट की दुकानें बंद करके कटान भी बंद करा दिया गया था, लेकिन अब तीन महीने से बंद अवैध कटान फिर से शुरू करा देना सवाल खड़े करता है। थाना प्रभारी अखिलेश गौड़ ने बताया कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं यदि ऐसा किया गया तो सख्त एक्शन लिया जाएगा। जब सीओ सरधना संजय जायसवाल से पूछा गया तो बोले, मामला संज्ञान में नहीं है। एसपी देहात कमलेश बहादुर का कहना है कि मामले की कोई जानकारी नहीं है। जानकारी लेकर कार्रवाई कराई जाएगी।