Tuesday, June 17, 2025
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सरधना में पुलिस ने पकड़ा एक्सपायरी दवाइयों का जखीरा

  • नई मुहर लगाकर बाजार में की जा रही थी सप्लाई, ड्रग इंस्पेक्टर ने सारा माल किया जब्त

जनवाणी संवाददाता |

सरधना: मंगलवार को सरधना में पुलिस ने एक्सपायरी दवाइयों का बड़ा जखीरा पकड़ लिया। आरोपी इन दवाइयों की पुरानी तारीख मिटाकर नई मोहर के साथ बाजार में सप्लाई कर रहे थे। यानी चंद रुपयों के लालच में लोगों के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा था। पकड़ी गई दवाइयों में सबसे अधिक दर्द निवारक और खासी के सीरप शामिल हैं। छापे के दौरान पुलिस को मौके पर कोई हाथ नहीं लग सका। सूचना पर पहुंची ड्रग विभाग की टीम ने सारा माल जब्त कर लिया है।

मेरठ रोड पर सिटी प्वाइंट विवाह मंडप के सामने नाजिम पुत्र कामिल का मकान है। इसी मकान में बड़े स्तर पर एक्सपायरी दवाइयों को नई करने का काम किया जा रहा था। आरोपी पुरानी दवाई को लाकर उन पर लगी तारीख और रेट की मोहर को केमिकल से साफ करते। इसके बाद उस पर नई मुहर लगाकर बाजार में सप्लाई करने का काम कर रहे थे। सूचना मिलने पर मंगलवार को सरधना पुलिस ने मकान में छापेमारी की। जहां माल देखकर पुलिस की भी आंख खुल गई। गोदाम नुमा मकान में लाखों रुपये कीमत की दवाइयों की दर्जनों पेटी रखी हुई थी।

पुलिस को मौके पर वर्ष 2019 से लेकर अब तक की एक्सपायरी दवाई, तारीख साफ करने वाले केमिकल, मुहर, रेपर आदि सामान मिला। जिनमें अधिकांश दर्द निवारक दवाई और खासी के सीरप शामिल थे। सूचना मिलते ही मंडल औषधि निरीक्षण गौरव लोधी, जिला औषधि निरीक्षक पीयूष शर्मा व मोहित टीम के साथ मौके पर पहुंच गए। टीम ने मकान का निरीक्षण करते हुए सारा माल जब्त कर लिया गया है। औषधि निरीक्षक ने बताया कि पकड़ा गया माल करीब 20 लाख रुपये कीमत का है।

आरोपी के खिलाफ संबंधित कानून के तहत मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। दवाइयों का जखीरा इतना ज्यादा था कि ड्रग विभाग की टीम रात तक भी सूची तैयार नहीं कर पाई। वहीं, देर रात होने के चलते फिलहाल माल को सील कर दिया गया है। बाकी सूची और एफआईआर का काम आज किया जाएगा।

अधिकांश दवा रोजमर्रा की

पकड़ी की दवाई में अधिकांश पेरासीटामोल जैसी दर्द निवारक और कप सीरप शामिल हैं। यानी उन्हीं एक्सपायरी दवाइयों को नई में बदला जा रहा था, जो रोजमर्रा में उपयोग की जाती हैं। अधिक मांग के चलते इन दवाइयों को बेचने में भी परेशानी नहीं होती है।

ये दवाई मिली

पुलिस को मौके पर पेरासीटामोल, निकोगरा, डेक्सोना, रेक्सकोड, मोनोटोवेंट, ग्लीमटिज, आॅपलोवोन, रेबीमेड आदि शामिल हैं। जो दर्द निवारक और खासी के उपचार में काम आती हैं। पकड़ी गई दवाइयों में वर्ष 2019 से लेकर 2024 तक की एक्सपायरी हैं।

बाहर से दरवाजा बंदकर अंदर काम चालू

कहने को यह गोदाम पुलिस चौकी से चंद कदमों की दूरी पर है। मुख्य मार्ग पर होने के बाद भी पुलिस को इसकी अभी तक भनक नहीं लग सकी थी। आरोपियों ने मुख्य दरवाजा बंद कर रखा था। अंदर दीवार तोड़कर रास्ता बना रखा था। ताकि किसी को इसकी भनक तक नहीं लग सका।

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