- शहीद पिंकू की अंतिम यात्रा में उमड़ा जन सैलाब
जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: जम्मू कश्मीर के शोपियां में आतंकियों से लोहा लेते हुए शनिवार को शहीद हुए लुहारी गांव के जवान पिंकू कुमार का पार्थिव शरीर सोमवार सुबह उनके पैतृक गांव पहुंचा। उनके अंतिम दर्शन के लिए हजारों की संख्या में क्षेत्रवासियों की भीड़ उमड़ी। मेरठ से सेना के वाहन में तिरंगे मैं लपेटकर उनके पार्थिव शरीर को लाया गया।सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
पार्थिव शरीर बड़ौत हुंचने पर पहले से ही इंतजार कर रहे सैकड़ों ट्रैक्टर और बाइको के काफिले ने सेना के वाहन की अगवानी की। लुहारी गांव तक विशाल जुलूस देश भक्ति के जोशीले नारे लगाते हुए पहुंचा। इस दौरान सेना के जवानों के साथ डीएम राजकमल यादव एसपी अभिषेक सिंह पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों का अमला भी जुलूस के साथ चला।
गांव पहुंचने पर हवलदार टिंकू कुमार का पार्थिव शरीर उनके घर के आंगन में उतारा गया, जहां उनके अंतिम दर्शन को भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान शहीद की पत्नी कविता, बेटी शैली और अंजलि, पिता जबर सिंह, माता कमलेश देवी, भाई मनोज ने आंखों से बहती अश्रु धारा के साथ भारत माता के जयकारे लगाकर शाहदत को नमन किया और शहीद के शव के अंतिम दर्शन किए।
अंतिम यात्रा उनके घर से शुरू हुई तो हजारों की भीड़ जब तक सूरज चांद रहेगा पिंकू तेरा नाम रहेगा के जयकारे बुलंद करते हुए यमुना के घाट तक पहुंची। पूरे रास्ते गली मोहल्लों की छतों से शहीद के ताबूत पर पुष्प वर्षा की गई यमुना के घाट पर शहीद का पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।