- फरीदाबाद के थे दोनों, दोस्तों संग हरिद्वार जा रहे थे, हाइवे पर खाना खाने के लिए रुके थे
- कई किलोमीटर तक घसीटते ले गए कार, आरोपी चालक मौके से फरार
जनवाणी संवाददाता |
कंकरखेड़ा: एनएच-58 पर सुखदेव ढाबे के सामने बुधवार तड़के एक दर्दनाक हादसे में दो व्यक्तियों की मौके पर ही मौत हो गई। दोनों ढाबे के किनारे खड़े होकर बात कर रहे थे, तभी उन्हें तेज रफ्तार कार ने कुचल दिया। घटना के बाद आरोपी चालक आईटेन कार को मौके पर ही छोड़कर पैदल ही भाग गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
शोभापुर चौकी प्रभारी अमित कुमार ने बताया कि फरीदाबाद के एनआईटी ग्राउंड थाना एनआईटी निवासी लगभग 45 वर्षीय विनोद कुमार भाटिया पुत्र सुभाष चंद्र व डाबुका कॉलोनी थाना पाली निवासी 46 वर्षीय रविंद्र उर्फ बंगाली तीन साथियों शारदा, बंटी व सोनू के साथ बुधवार सुबह कार से हरिद्वार जा रहे थे। इसी बीच वह शोभापुर गांव के पास बने सुखदेव ढाबे पर खाना खाने के लिए रुक गए। विनोद व रविंद्र उर्फ बंगाली सड़क किनारे खेत के पास खड़े होकर बात कर रहे थे तभी दिल्ली की तरफ से आई एक तेज रफ्तार कार ने दोनों को कुचल दिया।
कार के बोनट में फंसने से दोनों कई मीटर तक घिसटते हुए चले गए। हादसे के बाद मौके पर लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। वहीं, हाइवे पर जाम की स्थिति बन गई। आरोपी कार चालक ने आईटेन कार उसके बाद कार डिवाइडर में जा मारी और मौका देखकर कार के अंदर ही अपनी चप्पल छोड़कर भाग गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को मामले से अवगत कराया। जिससे परिजनों में कोहराम मच गया। सीओ दौराला का कहना है कि सीसीटीवी के आधार पर आरोपी चालक की पहचान की जा रही है।
पांचों बचपन के दोस्त, हरिद्वार जा रहे थे घूमने
रविंद्र उर्फ बंगाली के भतीजे विकेश ने बताया कि पांचों बचपन के दोस्त थे। दो अक्टूबर को छुट्टी के चलते पांचों दोस्तों ने हरिद्वार जाने की योजना बनाई थी। सभी दोस्त टाटा टियागो कार में सवार होकर हरिद्वार के लिए चल दिए थे। पीड़ित युवक ने बताया कि सभी लोग काफी दिनों बाद एक-दूसरे से मिले थे।
बेटियों के सिर से उठ गया पिता का साया
विनोद भाटिया की शादी लगभग 13 वर्ष पूर्व पूनम से हुई थी। शादी के बाद दोनों के दो बेटी हुई। बड़ी बेटी 11 वर्षीय मीनाक्षी भाटिया व सात वर्षीय जाह्नवी भाटिया है। विनोद भाटिया की एनआईटी थाने के सामने गोलू टी स्टाल के नाम से दुकान है। परिजनों ने बताया कि विनोद बहुत ही हसमुख मिजाज के थे। युवक की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया है। बेटियों को तो पता भी नहीं की उनके सिर से पिता का साया उठ गया है। वहीं, दूसरी ओर रविंद्र और बंगाली अविवाहित था।