- विधान परिषद की स्नातक-शिक्षक विजय को बनाई रणनीति
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: विधान परिषद के स्रातक व शिक्षक के चुनाव को लेकर उप्र के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा की मौजूदगी में मेरठ खंड स्नातक एवं शिक्षक क्षेत्र की सीटों पर विजय हासिल करने के लिए रणनीति बनाई गई। इस दौरानपार्टी नेताओं ने संगठनों के कार्यकर्ताओं को चुनाव की रणनीति समझाई।
उप्र में दिसंबर माह में विधान परिषद के स्रातक हुए व शिक्षक की सीट पर होने वाले चुनाव को लेकर भाजपा संगठन ने कमर कस ली है। इसके तहत मंगलवार को शामली में मुंडेट कलां स्थित भाजपा जिला कार्यालय पर विधान परिषद चुनाव के लिए मीटिंग आहूत की गई। इस मीटिंग को संबोधित करते हुए उप्र के गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग विभाग के कैबिनेट मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि यह चुनाव बहुत ही महत्वपूर्ण चुनाव है, इस चुनाव में संगठन के कार्यकर्ताओं को अहम भूमिका रहने वाली है।
सुरेश राणा ने कार्यकर्ताओं को कहा कि वे पन्ना प्रमुखों पर फोकस कर इस चुनाव में विजय हासिल करनी है। कैराना लोकसभा से भाजपा सांसद प्रदीप चौधरी ने कहा कि इस चुनाव में स्रातक व अध्यापक ही मतदान करते हैं, इसलिए पार्टी के कार्यकर्ताओं को व्यक्तिगत रूप से सभी मतदाताओं से मिलना होगा, उनको पार्टी की नीतियों से अवगत करा उनका मत संगठन के द्वारा खड़े किए गए उम्मीदवारों को दिलवाना होगा।
विधान परिषद की स्रातक व शिक्षक सीट के चुनाव को लेकर प्रभारी बनाए गए बसंत त्यागी ने कहा कि जनप्रतिनिधि इस चुनाव में व्यक्तिगत रूप से मतदाताओं से संपर्क करेंगे। साथ ही, संगठन के कार्यकर्ता प्रचार-प्रसार व जनसंपर्क के माध्यम से मतदाताओं को भाजपा के पक्ष में वोट डालने की अपील करेंगे। क्षेत्रीय मंत्री प्रमोद आट्टा ने कहा कि यह चुनाव ऐतिहासिक चुनाव होने वाला है, इस चुनाव में भाजपा के प्रदेश में लड़ रहे सभी प्रत्याशी विजय श्री हासिल करेंगे और जो तमाम गुट इस चुनाव में भ्रांतियां फैला का मत हासिल करने का प्रयास कर रहे हैं, वह सब धराशाई होकर रहे जाएंगे। मीटिंग की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष सतेंद्र तोमर तथा संचालन जिला महामंत्री पुनीत द्विवेदी ने किया।
इस अवसर पर भाजपा विधायक तेजेन्द्र निर्वाल, एमएलसी वीरेंद्र सिंह, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष हरबीर मलिक, डा. रामजी लाल कश्यप, प्रसन्न चौधरी, अनिल चौहान, राजेन्द्र मादलपुर, दामोदर सैनी, विशेष सरोहा, अजय संगल, अनुज राणा, निमिश कुमार, आनंद पुंडीर, रमेश गौड़ कश्यप, संजीव मलिक, रविन्द्र कश्यप, भूपेंद्र चौधरी, वीरेंद्र मादलपुर, दिवाकर कश्यप, पंकज राणा, विवेक प्रेमी, सुखचौन वालिया आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।