- आरोपी वकील और पिता के माफी मांगने पर मामला शांत हुआ
- अवैध शराब के साथ पकड़ी गाड़ी छुड़ाने को लेकर हुआ विवाद
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अवैध शराब के साथ पकड़ी गई एक गाड़ी को छुड़ाने के लिये अपर जिलाधिकारी प्रशासन की कोर्ट को जाने वाली रिपोर्ट को लेकर एक वकील ने एडीएम प्रशासन के पेशकार को जमकर पीट दिया। इसको लेकर जमकर हंगामा हुआ। आरोपी वकील जान से मारने की धमकी देता हुआ जब फरार हुआ तो कर्मचारियों ने बवाल काट दिया।
जब इस बात की जानकारी जिलाधिकारी दीपक मीणा को हुई तो उन्होंने वकील के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को कहा। तभी आरोपी वकील और उसके पिता एडीएम प्रशासन के पास आये और हाथ जोड़कर माफी मांगने लगे। इस पर कर्मचारियों का गुस्सा शांत हुआ और मामला निपटा दिया गया।
अपर जिलाधिकारी प्रशासन सत्य प्रकाश सिंह की कोर्ट में पेशकार अख्तर अली सिराजी के पास एडवोकेट अनुज मलिक आये और मेज से पेपर उठाकर फेंकने के बाद गाली-गलौज शुरू कर दी। पेशकार का आरोप है कि वकील ने उनके साथ मारपीट की और जान से मारने की धमकी देते हुए जाने लगे। तभी वहां मौजूद कर्मचारियोें वकील को अलग किया। कर्मचारियों की भीड़ बढ़ती देख वकील देख लेने की धमकी देते हुए वहां से चले गए।
पेशकार का आरोप है की एडवोकेट सरधना थाना क्षेत्र में अवैध शराब के साथ पकड़ी गई एक गाड़ी को छुड़ाने के लिए तत्काल रिपोर्ट कोर्ट में भेजने की जिद कर रहे थे। पेशकार ने कहा कि वकील के प्रार्थना पत्र पर जिला जज के हस्ताक्षर नहीं हैं और एडीएम प्रशासन भी कार्यालय में नहीं है। जब उससे रिपोर्ट शाम तक भेजने की बात कही तो उन्होंने मारपीट शुरू कर दी।
घटना की जानकारी डीएम दीपक मीणा को हुई तो उन्होंने तत्काल एडीएम प्रशासन को एफआईआर दर्ज कराने को कहा। वहीं, कलक्ट्रेट कर्मचारी संघ ने भी घटना पर विरोध जताया और एडीएम प्रशासन के पास पहुंचकर कठोर कार्रवाई करने की मांग की। एफआईआर दर्ज कराए जाने की सूचना आरोपी वकील को हुई तो वो अपने पिता एडवोकेट केपी मलिक और अन्य वरिष्ठ अधिवक्ता एडीएम प्रशासन के कार्यालय पहुंचे और मामले में आपस में समझौता कराने की मांग की।
पहले आरोपी अधिवक्ता के पिता ने और फिर उसके बाद आरोपी अधिवक्ता ने एडीएम कार्यालय पहुंचकर एडीएम प्रशासन और अन्य कर्मचारियों के सामने पीड़ित पेशकार से हाथ जोड़कर माफी मांगी। साथ ही भविष्य में ऐसी घटना फिर से ना होने का वादा भी किया।