जनवाणी संवाददाता |
नगीना: कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि विज्ञान केंद्र के निरीक्षण के दौरान कृषि वैज्ञानिकों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि वह किसानों से जुड़ कर काम करें तथा उन्हें उत्तम क्वालिटी के बीज व नई-नई तकनीक उपलब्ध कराएं।
नगीना कोतवाली मार्ग स्थित कृषि विज्ञान केंद्र पर शनिवार को कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कृषि विज्ञान केंद्र पर खड़ी गेहूं की फसल, आलू, मटर आदि की फसल, उनकी वैरायटी तथा उत्पादन के विषय में कृषि विज्ञान से विस्तार पूर्वक जानकारी लेते हुए कहा कि कृषि वैज्ञानिक किसानों से जुड़ कर काम करें तथा उन्हें नवीन जानकारी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं और नई-नई तकनीकों से अवगत कराएं।
कृषि मंत्री ने कहा कि अधिक से अधिक पैदावार देने वाली नई नई किस्मों को किसानों तक पहुंचाएं। कृषि वैज्ञानिक किसानों को जैविक खेती, देसी खाद व हरी खाद के बारे में विस्तार पूर्वक बताते हुए जमीन की गुणवत्ता को सुधार कराने के प्रयास करें और किसानों को रासायनिक खादों से होने वाले नुकसान के बारे में बताएं।
कृषि वैज्ञानिक डा.डीपी सिंह ने गेहूं की वैरायटी डीवीडब्ल्यू 187 के विषय में विस्तार पूर्वक बताते हुए कहा कि उन्होंने इसका प्रदर्शन अपने केंद्र पर भी किया है। यह अधिक पैदावार देती है जो किसानों को भी दी जा रही है। कार्यक्रम में कृषि मंत्री को कृषि वैज्ञानिकों तथा भाजपा नेताओं की ओर से गुलदस्ते भेंट कर उनका स्वागत भी किया गया। प्रगतिशील किसान शरद राजपूत को कृषि मंत्री ने शाल उड़ाकर सम्मानित भी किया।