- मुख्य अभियुक्त ने मृतक के पुत्र के साथ मिलकर बनाई थी योजना, पुलिस ने पुत्र समेत चार को दबोचा
जनवाणी संवाददाता |
मंडावली/बिजनौर: पूर्व पत्नी के पति को झूठे मुकदमें में फंसाने के लिए दोस्त ने दोस्त के पिता को मार दिया। पुलिस ने मामले में मृतक के पुत्र समेत चार लोगों को एक तमंचा, दो चाकू व कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है। खुलासे से क्षेत्रीय लोगों में हड़कंप मच गया है। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर सभी को जेल भेज दिया है।
एसपी डा. धर्मवीर सिंह ने बताया कि कोतवाली नगर के गांव झलरी निवासी अमर सिंह (58वर्ष) पुत्र गरीबा सिंह को शव गोली लगा शव चार अप्रैल को मंडावली थाने के गांव राजपुरा नवादा में मौज्जमपुर रोड पर पड़ा मिला था। पुलिस ने मामले में मृतक के पुत्र भोले की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज करते हुए जांच शुरू की थी।
पुलिस ने मंगलवार को मंडावाली में वालिया चौराहे से चरण पुत्र सौपाल, शाहरूख अहमद पुत्र मुनीर अहमद, धर्मेंद्र पुत्र कैलाश निवासीगण ग्राम झलरी को घटना में प्रयुक्त 12 बोर का एक तमंचा, दो चाकू व कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है।
पूछताछ में अभियुक्त चरण सिंह ने बताया कि विवाद के चलते कई साल पहले उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी और बढ़ापुर के गांव भोजावाला निवासी राजेश पुत्र मुकंदी से शादी कर ली थी। इसी से झुब्ध होकर उसने व उसके परिजनों ने राजेश के घर पर जाकर झगड़ा किया था।
इस मामले में राजेश के भाई नरेश ने 25 दिसंबर 2013 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। चरण सिंह ने बताया कि मृतक का पुत्र भोले उसका बहुत अच्छा दोस्त है। दोनों ने मिलकर योजना बनाई थी कि भोले के पिता गोली मारकर घायल करके राजेश को झूठे मुकदमे में फंसा देंगे।
मृतक के अनुसूचित जाति के होने के कारण उनको करीब सवा आठ लाख रुपए भी मिलते, जो वह बराबर बांट लेते। इसके लिए उन्होने अमर सिंह को भी विश्वास में ले लिया था, लेकिन गोली लगने से अमर सिंह की मौत हो गई और उनकी योजना पर पानी फिर गया। एसपी ने पुलिस टीम के उत्साहवर्धन के लिए 25 हजार रूपये पुरस्कार दिए। पुलिस ने मृतक के पुत्र भोले को भी गिरफ्तार कर लिया है।