- 40 प्रति लीटर आॅक्सीजन की होगी सप्लाई, नौनिहालों के लिए पीकू वार्ड भी तैयार
- चिकित्सकों की टीम भी हो चुकी कोरोना-ओमिक्रॉन से निपटने के लिए तैयार
जनवाणी संवाददाता |
मवाना: कोरोना-ओमिक्रॉन के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए तीसरी लहर को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने तीसरी लहर से निपटने के लिए सीएचसी पर पुख्ता इंतजाम कर लिया है। चिकित्सक अधीक्षक ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मवाना पर लहर से निपटने के लिए 30 बेड की व्यवस्था के साथ साथ प्रत्येक बेड पर 40 प्रति लीटर आॅक्सीजन की सप्लाई की व्यवस्था रखी है।
इसी क्रम में नौनिहालों के लिए पीकू वार्ड भी तैयार कर लिया है जिसका ट्रायल में चिकित्सक सफल साबित हो चुके हैं। कोरोना-ओमिक्रान से निपटने के लिए सीएचसी में तैनात चिकित्सक भी तैयार हो गये हैं। कहा कि जिस तरह से कोरोना की दूसरी लहर को हराने का काम किया है। उसी तरह से तीसरी लहर को लेकर चिकित्सक अलर्ट मोड पर नजर आ रहे हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर तैनात चिकित्सक प्रभारी डा. सतीश भास्कर से जनवाणी संवाददाता ने विशेष बातचीत करते हुए कोरोना-ओमिक्रॉन से निपटने के लिए व्यवस्थाओं की जानकारी ली। चिकित्सक प्रभारी डा. सतीश भास्कर ने बताया कि कोरोना-ओमिक्रॉन से निपटने के लिए सीएचसी पर 30 बेड की व्यवस्था के साथ-साथ आॅक्सीजन प्लांट तैयार है। सीएचसी में भर्ती होने वाले मरीजों के एक बेड पर एक सिलेंडर को लगाया गया है।
जिसके लिए 40 प्रति लीटर आॅक्सीजन की सप्लाई की जाएगी। इसके अलावा दो-दो वेंटीनेटर एवं दो-दो बाइप पैप की व्यवस्था उपलब्ध है। चिकित्सकों को तीसरी लहर को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। कोरोना-ओमिक्रॉन की व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सीएचसी में बाल रोग विशेषज्ञ डा. अनिल शर्मा को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोरोना-ओमिक्रॉन से गंभीर संक्रमित मरीजों के लिए सात एंबुलेंस सेवा तत्काल प्रभाव से उपलब्ध की गई है।
चिकित्सकों ने तीसरी लहर से निपटने के लिए सीएचसी पर भरपूर व्यवस्था को पूरा कर लिया है। चिकित्सक प्रभारी डा. सतीश भास्कर ने बताया कि सीएचसी पर चार ओटी चिकित्सक एवं अन्य चिकित्सकीय सुविधाए भी पूरी कर ली है। सीएचसी में नौनिहालों के लिए पीकू वार्ड भी तैयार कर लिया है। जिसका ट्रायल में चिकित्सक सफल साबित हो चुके हैं। दवाइयों की भरपूर व्यवस्था को पूरा कर लिया है। सीएचसी प्रभारी डा. सतीश भास्कर ने बताया कि प्रतिदिन सैकडों लोगों की आरटीपीसीआर एवं एंटीजन की जांच कराई जा रही है।
मास्क एवं सैनिटाइजर के साथ दो गज की दूरी जरूरी
चिकित्सक प्रभारी डा. सतीश भास्कर ने बताया कि खुद को सुरक्षित रखने के लिए मास्क एवं सैनिटाइजर के साथ भीड़ से बचने की जरूरत है। कोरोना-ओमिक्रॉन से निपटने के लिए सीएचसी में सभी व्यवस्था दुरुस्त कर लिया गया है। चिकित्सकों ने बताया कि कोरोना-ओमिक्रॉन से निपटने के लिए तत्काल चिकित्सकों की सलाह ले और खुद को सुरक्षित रखने के लिए मास्क एवं सैनिटाइजर आदि का प्रयोग जरूर करें।