- फरवरी आते ही मौसम में बदलाव की हो गई है शुरुआत
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सुबह शाम धूप निकलने लगी है। अच्छा मौसम रहना लगा है जिसे लेकर लोग कम गर्म कपड़े पहनने लगे है जोकि अभी गर्म कपड़े को पहने जाना अनिवार्य नहीं क्योंकि ठंड अभी खत्म नहीं हुई है और कहा जाता की ठंड आती और जाती ज्यादा सताती है। जिसमें की लोग खुद कर रहे लापरवाही से ठंड में बीमारी को नोता दे रहे है। रात में कुछ लोग पंखे चलाने का प्रयास कर रहे है।
जिसमें चिकित्सकों का कहना है की यह लापरवाही बाहरी पड़ सकती है। इसकी वजह से कोल्ड डायरिया, फीवर व जुकाम सहित अन्य कई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। खासकर बुजुर्ग व बच्चों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है। ऐसे में ठंड को हल्के में न लें, पूरी तैयारी के साथ ही घर से बाहर निकलें। तभी इस मौसम के बदलाव से अपने को बचा सकते है।
ऐसे में लोग ठंड को अब अधिक अहमियत नहीं दे रहे है। वह कम कपड़ों में ही बाहर निकल रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि फरवरी में ठंड को हल्के में आंकना सबसे बड़ी भूल है।
ठंड से बच कर रहें
अधिकतर ठंड कान व पैरों से ही लगती है। पिछले वर्षों के अनुभव देखे तो पता चलता है कि जब दिन में गर्मी व रात में ठंड होती है तो बीमारियों की संख्या में इजाफा हो जाता है। यह बीमारियों मौसम में बदलाव के कारण नहीं होती है बल्कि लापरवाही की वजह से होती है। इस समय जिला अस्पताल में मरीजों की संख्या काफी कम है। अब आने वाले दिनों में मरीजों की संख्या बढ़ सकती है। इसलिए एहतियातन बीमारियों को भगा सकते हैं।