अंसार गजवत-उल-हिंद के मौजूदा चीफ ने इशफाक को कहा था जेहाद के लिए
जम्मू से कंप्यूटर साइंस से कर रहा था इंजीनियरिंग आरोपी आकिब
जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आए अंसार गजवत-उल-हिंद के चारों संदिग्ध आतंकी बीते पांच दिनों से राजधानी के पर्यटक स्थलों की रेकी कर आका के हुक्म का इंतजार कर रहे थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार फोन पर गजवत चीफ आरोपियों को निर्देश दे रहा रहा था। पुलिस इन लोगों से पूछताछ कर इस बात का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि किस स्थान पर किस तरह का हमला करने वाले थे।
दिल्ली में जिन लोगों से आरोपियों ने हथियार खरीदें हैं, पुलिस ने उनका पता लगा लिया है। उनकी तलाश में छापामारी की जा रही है। पुलिस ने शनिवार को चारों को कोर्ट में पेश किया, जहां से सभी को चार दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
जम्मू कश्मीर में अलकायदा की यूनिट अंसार गजवत-उल-हिंद का भारत का चीफ बुरहान कोका था। अप्रैल 2020 में सुरक्षा बलों ने बुरहान को मार गिराया तो उसके बड़े भाई इशफाक को बहुत तकलीफ हुई।
इस बीच मौके का फायदा उठाकर मौजूद गजवत चीफ ने जेहाद के लिए इशफाक को राजी कर लिया। इशफाक ने अल्ताफ अहमद डार जो कपड़ों की दुकान पर काम करता था, उसे भी जेहाद के लिए तैयार कर लिया। बाद में अपने रिश्तेदार आकिब सफी कोका को संगठन के बारे में बताया।
उसने भारत के खिलाफ जेहाद के नाम पर उसे भी राजी कर लिया। आकिब जम्मू के एक कॉलेज से कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग कर रहा था। वह पढ़ाई छोड़कर उसके साथ जेहाद के लिए तैयार हो गया। बाद में अल्ताफ ने टैक्सी चलाने वाले मुश्ताक अहमद गनी को भी जेहाद के लिए राजी कर लिया।
चारों को अंसार गजवत चीफ ने आदेश दिया था कि वे दिल्ली के लिए निकले और 27 सितंबर को कार से पहाड़गंज पहुंच गए। यहां आने के बाद इन लोगों ने एक होटल में कमरे लिए। पुलिस ने उस होटल का भी पता लगा लिया है, जहां पर चारों रुके थे। बाद में जब इनके खातों में रुपये पहुंचे तो इन लोगों ने अपने आका के आदेश पर बताए गए शख्स से चार पिस्टल खरीद ली।
चारों लगातार अपनी कार से दिल्ली के टूरिस्ट स्थानों की रैकी कर रहे थे। इससे पहले कि चारों कोई हमला करते पुलिस ने उनको दबोच लिया। पुलिस चारों के पास से बरामद पांच मोबाइल के सीडीआर व अन्य तकनीकी सर्विलांस के आधार पर छानबीन कर रही है।