विद्युत कर्मियों की 72 घंटे की हड़ताल से लोग बिलबिला गए। पेयजल आपूर्ति बाधित हो गई। हॉस्पिटल की आवश्यक सेवाएं बंद हो गई। शहर भर में बिजली आपूर्ति बाधित होने से सरकारी सिस्टम हॉफ गया। देर शाम को ऊर्जा राज्यमंत्री डा. सोमेन्द्र तोमर, डीएम दीपक मीणा, एसएसपी रोहित सजवाण बिजली घर का दौरा करने के लिए निकले, लेकिन धड़ाम हुई बिजली आपूर्ति को सरकारी सिस्टम बहाल नहीं करा सका। पुलिस-प्रशासनिक अफसरों के दौरे के बाद भी पटरी से उतरी बिजली व्यवस्था को दुरुस्त नहीं करा सके। बस एक-दूसरे बिजली घरों को अधिकारी दौरा ही करते रहे। यहीं नहीं, जिन मजिस्ट्रेट की ड्यूटी बिजली घरों पर लगाई गयी थी, वो मजिस्टेÑट भी फोन स्वीच आॅफ करके सो गए। जनता की कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई।
- देहात क्षेत्र का सरधना टाऊन, रघुनाथपुर, इंचौली, गोकुलपुर, स्याल, लोहियानगर, किला, काजीपुर फीडर बंद
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: विद्युत कर्मियों की हड़ताल के दूसरे दिन ऊर्जा निगम में धरना दे रहे कर्मियों को मौसम का भी साथ मिला। शुक्रवार से शुरू हुई 72 घंटे की हड़ताल ने दूसरे दिन जिले में हालात बिगाड़ दिए। शहरी व देहात क्षेत्र के करीब 100 फीडर बंद हो गए।
जबकि बरसात की वजह से लाइनों में आए फाल्ट को ठीक करने के लिए स्टॉफ नहीं होने से प्रशासनिक अमले को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं लखनऊ में हड़ताल पर गए विद्युत कर्मियों के संगठन के पदाधिकारियों की देर शाम वार्ता शुरू हुई जिसका परिणाम सामने नहीं आ सका। इस वजह से देर रात तक हड़ताल जारी रही।
हड़ताल पर गए विद्युत कर्मियों की कमी को पूरा करने के लिए प्रशासन ने दूसरे विभागों के मैन पॉवर के जरिए विद्युत आपूर्ती सुचारू करने का प्रयास किया, लेकिन यह कोशिश ऊंठ के मुंह में जीरा साबित हुई। शनिवार को बदले मौसम की वजह से हुई बरसात ने आग में घी डालने का काम किया। बारिश की वजह से पूरे जिले में लाइनों व बिजलीघरों में फाल्ट आ गए जिससे विद्युत आपूर्ती ठप्प हो गई।
देर शाम अंधेरा होने पर ब्लैक आऊट के हालात पैदा हो गए। बिजली नहीं आनें से इंवर्टर चार्ज नहीं हो सके जिस वजह से घरों में अंधेरा छा गया। देर शाम को लोहिया नगर, शताब्दी नगर एवं परतापुर विद्युत उप केंद्रों का डीएम दीपक मीणा ने निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए।
देहात, शहर में 100 केवी के सौ से ज्यादा मुख्य फीडर बंद
देहात में सरधना टाउन, रघुनाथपुर, इंचौली, गोकुलपुर, स्याल, लोइयानगर, परीक्षितगढ़, काजीपुर फीडर पूरी तरह बंद रहे। जबकि शहरी क्षेत्र में घंटाघर, माधवपुरम, मोहिउद्दीनपुर, गंगानगर प्रथम-द्वितीय जैसे मुख्य फीडर बंद रहे। पूरे जिले में करीब 100 से ज्यादा फीडर बंद हो गए। जबकि 70 से ज्यादा बिजलीघरों की लाइनों में आए फाल्ट ठीक नहीं होने से ब्रेकडाउन हो गया।
हालातों पर काबू पाने को प्रशासनिक अमला उतरा सड़कों पर
जिले में ध्वस्त हुई विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिए शनिवार पूरे दिन प्रशासनिक अमला सड़कों पर दौड़ता रहा। देर रात तक भी हालात काबू में नहीं आ सके। बताया जा रहा है प्रत्येक सब स्टेशन पर प्रशासन की ओर से एक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। लेकिन लाइनमैनों के हड़ताल पर जाने के कारण फाल्ट ठीक करने के लिए प्रशिक्षित स्टाफ नहीं मिल रहा है।
संविदा व आउट सोर्सिंग पर काम करने वाले लाइनमैन में से 70 प्रतिशत कर्मचारी हड़ताल में शामिल है जबकि महज 30 प्रतिशत की काम कर रहें है। देर रात लखनऊ में हड़ताल पर गए विद्युत संगठनों के पदाधिकारियों को शासन स्तर के अधिकारियों ने वार्ता के लिए बुलाया। जिसके बाद ऊर्जा भवन पर हड़ताल पर बैठे विद्युत कर्मियों को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस मौक पर आदेश मिलने तक डटी रही। खबर लिखे जाने तक हालात काबू से बाहर रहे।
बिजली न मिलने से नाराज लोगों का हंगामा
ऊर्जा निगम के दावे दूसरे दिन भी हवा हवाई साबित हुए। बिजली कर्मियों की हड़ताल के बाद पैदा हुई विद्युत समस्या को लेकर बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने विकासपुरी बिजली घर पर हंगामा किया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जानकारी ली और लोगों को समझाकर शांत कराया। बिजली आपूर्ती ठप्प होने से नाराज श्याम नगर, अहमदनगर, लखीपुरा, इस्लामाबाद, लोहार पुरा, बुनकर नगर व किदवई नगर इलाकों के लोगो ने विकासपुरी बिजली घर पर हंगामा किया।
बिजली नहीं मिलने से नाराज जनता के सब्र का बांध टूट गया। बड़ी संख्या में स्थानीय लोग बिजली घर पहुंचे और हंगामा किया। लोगों का आरोप है विद्युत अधिकारियों से जानकारी लेने के लिए उन्हें फोन किया गया तो अधिकारियों के मोबाइल फोन बंद मिले। हंगामा करने वालों में वारिस, साजिद, सलीम, नावेद, खालिद, फरमान, नाजिम, मेहराजुद्दीन, फैयाज, जमील, गुड्डू व अजीम आदि शामिल रहे।
दिनभर गुल रही देहात क्षेत्र की बिजली
सरधना: विद्युतकर्मियों की हड़ताल और ऊपर से बिगड़े मौसम ने बिजली आपूर्ति ठप कर दी है। शनिवार को सरधना क्षेत्र के लोगों को पूरे दिन बिजली नहीं मिल सकी। विभिन्न मांगों को लेकर विद्युतकर्मी हड़ताल पर गए हुए हैं। जिससे विद्युत आपूर्ति पटरी से उतर गई है। दर्जनों स्थानों पर लाइन में फाल्ट आने के कारण विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है।
शनिवार को तेज बारिश के कारण समस्या और बढ़ गई। जगह जगह लाइन में फाल्ट हो गए। इस कारण सरधना नगर व देहात की बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। हड़ताल के कारण लाइन ठीक करने के लिए कोई कर्मचारी भी नहीं है। बिजली नहीं आने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। ग्रामीण पशुओं के लिए चारा तक नहीं काट सके। रात तक लोगों को बिजली नसीब नहीं हो सकी। विद्युत आपूर्ति का ठप होना लोगों के लिए बड़ा संकट बन गया है।
पल्लवपुरम में विद्युत आपूर्ति ठप होने से पानी को तरसे लोग
मोदीपुरम: मोदीपुरम और पल्लवपुरम में एक दर्जन से अधिक पॉश कालोनी है। इन पॉश कालोनी में शनिवार की दोपहर से ही अंधेरा छाया रहा। शनिवार की सुबह से ही बूंदाबांदी शुरु हो गई थी। जिसके चलते बिजली को लेकर कुछ परेशानी रही। संविदा कर्मियों के लगातार हड़ताल पर होने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है।
ऐसे में विद्युत आपूर्ति चरमा गई है। दोपहर दो बजे से यहां की विद्युत आपूर्ति ठप हो गई थी। रात में आठ बजे तक भी यहां की आपूर्ति सुचारु नहीं हो सकी है। जिसके कारण लोगों को परेशानी से जूझना पड़ा है। उधर, विद्युत अधिकारियों ने भी अपने-अपने मोबाइल को बंद किए रखा, क्योंकि कालोनीवासी आपूर्ति आने की बार-बार जानकारी उनसे ले रहे थे।
बारिश, तेज हवा से क्षेत्र की बिजली रही गुल
बहसूमा: शुक्रवार रात को तेज बारिश वह हवा के चलने और शनिवार को भी बारिश होने से बिजली आपूर्ति ठप रही। कई इलाकों में बिजली गुल होने के साथ पानी की आपूर्ति भी बंद हो गई। जब इस बारे में मोड़खुर्द बिजलीघर के जेई महेश यादव से बात करने की कोशिश की गई तो उनका मोबाइल स्विच आॅफ मिला। शनिवार शाम को विद्युत आपूर्ति बहाल हुई।
मवाना में 12 घंटे रही बिजली प्रवाहित
मवाना: बारिश के बाद मवाना सब डिवीजन से जुडेÞ फीटरों की बिजली सप्लाई को रात 12 बजे बंद कर दिया गया। मौसम में कोई बदलाव नहीं होने पर शनिवार को 12 बजे तक विद्युत की कटौती जारी रही। नगर एवं देहात क्षेत्र में 12 घंटे तक चली कटौती से लोगों को काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा तो वहीं पानी की एक-एक बूंद को तरसते नजर आए।
इसी क्रम में विद्युत विभाग द्वारा बिजली प्रभावित होने के बाद नगर के अलग-अलग हिस्सों में लगे ढाई सौ केवी के ट्रांसफार्मर को नीचे गिराकर चोरों ने चोरी की घटना अंजाम देकर फरार हो गये। घटना को अंजाम देने के बाद नगर के विभिन्न हिस्सों की बिजली प्रभावित रही। विद्युत विभाग के जेई बाबूलाल ने चोरों के खिलाफ थाने में तहरीर देते हुए कार्रवाई की मांग उठाई है।
खरखौदा क्षेत्र में 32 घंटे तो कही आठ से गायब बिजली
खरखौदा: विद्युत विभाग की कर्मचारियों की हड़ताल के चलते क्षेत्र में कहीं 32 घंटे तो कहीं आठ घंटे से गायब बिजली होने के कारण ग्रामीण पानी को भी तरसे। कस्बा स्थित विद्युत उपकेंद्र से कस्बा सहित क्षेत्र के कई गांवों की बिजली आठ घंटे से गायब है वहीं बिजौली विद्युत उपकेंद्र बिजौली धनौटा आदि गांवों में 32 घंटे से बिजली गुल।
इसके अलावा पीपली खेड़ा उपकेंद्र से कौल गोविंदपुरी आदि गांवों में आठ घंटे से बिजली गायब। वहीं अधिकारियों के फोन या तो बंद या उठा नहीं रहे। संविदा कर्मियों से लोग फोन पर बात कर रहे हैं और हाइटेंशन लाइन में फाल्ट होने की बात कह रहे हैं।
20 घंटे गायब रही बिजली, पानी को तरसे ग्रामीण
जानी खुर्द: भोला पावर हाउस से जुड़े दर्जनों गांवों में 20 घंटे बिजली न आने से ग्रामीण पानी को भी तरस गये। ब्लॉक क्षेत्र के जानी खुर्द, जानी कलां, भूपगढ़ी सहित आधा दर्जन गांवों में शुक्रवार दिन में बिजली ने आंख मिचौली कर शाम से शनिवार शाम छह बजे तक बिजली गायब रही। बिजली कर्मियों की हड़ताल के चलते ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।