- नए साल में पांच माह नहीं बजेंगी शहनाई
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: खरमास 14 दिसंबर से लगने जा रहा है। खरमास के लगते सभी प्रकार के मांगलिक कार्यो पर रोक लग जाएगी। यानि एक माह तक कोई भी मांगलिक कार्य नहीं होगा। खरमास की अवधि 14 जनवरी 2021 को समाप्त होगी। उसके बाद से ही मांगलिक कार्य शुरु होंगे। ज्योतिषाचार्य आलोक शर्मा के अनुसार सूर्य देव एक राशि में एक माह तक रहते है। उसके बाद वह राशि परिर्वतन करते हैं, जिसे संक्रांति कहते हैं, जिस भी राशि में सूर्य जाते है उसी राशि के नाम से संक्रांति जानी जाती है। खरमास में सभी प्रकार के शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन, सगाई, गृह प्रवेश आदि करना वर्जित माना जाता है।
खरमास से जुड़ी कथा
पौराणिक कथा के अनुसार सूर्य देव सात घोड़ों के रथ पर सवार होकर लगातार ब्रह्मांड की परिक्रमा करते रहते हैं। कहते है एकबार उनके घोड़े लगातार चलने और विश्राम न मिल पाने के कारण भूख-प्यास बहुत थक गए थे। भगवान सूर्य देव उन्हें एक तालाब के किनारे ले गए, लेकिन तभी उन्हें यह आभास हुआ कि अगर रथ रुका तो यह सृष्टि भी रुक जाएगी। उधर तालाब के किनारे दो गधे भी मौजूद थे। ऐसे में सूर्य देव को एक उपाय सूझा। उन्होंने घोड़ों को आराम देने के लिए रथ में गधों को जोत लिया। लेकिन रथ रुका नहीं। इसलिए इस समय सूर्य का तेज कम हो जाता है। इस समय ठंड भी अपने चर्म पर होती है।