जनवाणी संवाददाता |
फलावदा: कस्बे के मोहल्ला पैंठ बाजार में बहन की डोली उठने से पहले भाई की अर्थी उठ गई। इकलौते भाई की अचानक मौत होने से बहनों पर दुखों का कहर टूट पड़ा। शादी की खुशियां मातम में बदल गई। गमगीन माहौल में उसके शव का गंगा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
जानकारी के मुताबिक कस्बे के मोहल्ला पैंठ बाजार निवासी नेपाल सैनी के घर आगामी 9 दिसंबर को होने जा रही उसकी बेटी सोनी की शादी की तैयारी चल रही थी। मेहमानों के स्वागत सहित शादी की सभी तैयारियां मुकम्मल हो चुकी थीं। परिवार और रिश्तेदार शादी की शहनाई का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे लेकिन, कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। बेटी की डोली उठने से पहले नेपाल को अपने इकलौते जवान बेटे गौरव की अर्थी को कंधा देना पड़ा।
बताया गया है कि पांच बहनों का इकलौता भाई गौरव अपनी बहन सोनी के शादी का कार्ड बांट रहा था। गत दिवस अचानक उसे सर्दी से बुखार आ गया। बताया गया है कि उसे उपचार के लिए एक नीम हकीम को दिखाया गया। जहां उसे ड्रिप लगाकर स्वस्थ करने का प्रयास किया गया लेकिन, उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। कहा जा रहा है कि नीम हकीम के इलाज से उसकी हालत बिगड़ती चली गई। गौरव की हालत नियंत्रण से बाहर होने पर रात को उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया। दिल्ली ले जाते समय गौरव जिंदगी की जंग हार गया। उसकी सांसों को डोर टूट गई। उसकी मौत की खबर सुनते ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा।
शादी के घर में मातम छा गया।इस दुखद घटना के बाद बाजार में शोक की लहर दौड़ गई। गौरव के पिता नेपाल व उसकी पत्नी अपने इकलौते लाल की मौत पर बिलख पड़े। गौरव की पांच बहने अपने इकलौते भाई के खोने का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। नेपाल के घर मातम पसर गया। शादी के घर से डोली से पहले अर्थी उठती देख लोगों का कलेजा मुंह तक आ गया। दुख में शामिल होने के लिए नेपाल के घर काफी भीड़ एकत्र हो गई। बीस वर्षीय गौरव का गंगा घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
चेयरमैन अशोक सैनी, पूर्व चेयरपर्सन पुत्र सैय्यद ईसा सहित नगर के सभी गणमान्य व आम लोगों ने शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी। इस घटना को लेकर नगर में शोक छाया हुआ है।