- राष्ट्रीय महासचिव सतीशचन्द्र मिश्रा ने ब्राह्मणों पर साधा निशाना
- ब्राह्मणों को बताया उपेक्षा का शिकार, भाजपा में हो रहा शोषण
जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीशचन्द्र मिश्रा ने कहा कि दलित और ब्राह्मण मिल जायें तो बसपा को सत्ता में आने से कोई नहीं रोक पायेगा। भाजपा की सरकार के कार्यकाल में ब्राह्मणों को उत्पीड़न और कत्लेआम हो रहा है। भाजपा के शासन में ब्राह्मण उपेक्षित है, जबकि बसपा ने हमेशा ब्राह्मणों को सम्मान दिया है। सतीशचन्द्र मिश्रा रविवार को जानसठ रोड स्थित एक बैंकट हॉल में आयोजित बसपा के प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान और तरक्की को लेकर आयोजित विचार संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि 2007 में भी ब्राह्मण समाज उपेक्षित था और आज भी उपेक्षित है, इसकी कारण ब्राह्मण समाज में बिखराव है, आपको सोचना होगा कि क्या करना है, हम 13 प्रतिशत हैं 3 करोड़ होने के बाद हमारी ऐसी दशा है, क्योंकि हम एकजुट नही है, खुद को केवल ब्राह्मण मानिए तो बड़ी शक्ति बन जाएंगे।
उन्होंने ब्राह्मण समाज के लोगों का आह्नान करते हुए कहा कि 23 प्रतिशत दलित भाइयों के साथ भाईचारा बनाइये, हम 36 प्रतिशत पूरे प्रदेश में भारी पड़ेंगे। हमारी सरकारी 2007 में बनी तो बहन जी ने ब्राह्मण समाज के लोगों को बड़े मंत्रालय दिए गए, 15 एमएलसी बनाये, 35 को तो मंत्री का दर्जा दिया गया था।
उत्तर प्रदेश विधान परिषद का अध्यक्ष बनाया, 3 हजार से ज्यादा लोगों को बड़े ओहदे दिए, बड़े अधिकारी बनाये, हाईकोर्ट में सरकारी वकील बनाये। इसके बाद सपा सरकार आई तो ब्राह्मणों का शोषण शुरू हुआ। सपा-भाजपा एक ही सिक्के के दो पहलू है, 2012 से 10 सालों में ब्राह्मण समाज को क्या मिला।
सपा ने प्रतापगढ़ के राजाराम पाण्डेय को मंत्री बनाया था लेकिन उन्हे हटाकर इतना बड़ा झटका दिया कि सदमे से उनकी मौत हो गयी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने र्ब्राह्मण समाज को शोषण देने के अलावा कुछ नहीं दिया। इस सरकार में हर वर्ग को उत्पीड़न का सामना करना पड़ा।
किसानों से आमदनी दोगुनी करने का वादा किया, लेकिन किसान आज सड़क पर है। एक साल हो गया किसानों के प्रदर्शन का 500 लोग मर गए इनको कोई फर्क नही पड़ा। भाजपा केवल तीन उद्योगपतियों के लिए काम कर रही है। उन्होंने लखनऊ और चित्रकूट की घटनाओं को भी याद दिलाया। संगोष्ठी की अध्यक्षता बसपा जिलाध्यक्ष सतीश कुमार ने की।