- टीबी वार्ड के इंचार्ज बोले-नहीं लगाया जाता मरीज को इंजेक्शन
- किसी अन्य कारण से संभवत हुआ मरीज को साइड इफैक्ट
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जिला अस्पताल के टीबी वार्ड में मरीजों के बेहोश होने के प्रकरण की जांच जिला अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. ईश्वरी देवी की अध्यक्षता में बनाई गयी कमेटी करेगी। वहीं, दूसरी ओर टीबी वार्ड के इंचार्ज डा. गुलशन कुमार ने स्पष्ट किया है कि टीबी मरीजों को केवल गोलियां दी जाती हैं,
इंजेक्शन लगाने का कोई कान्सेप्ट नहीं है। जिला अस्पताल की प्रमुख अधीक्षक डा. ईश्वर देवी का कहना है कि जो भी मरीजों को दिक्कत हुई थी, वो आधे घंटे में ठीक हो गई थी। बाकी ऐसा क्यों हुआ, ये जांच का विषय है। उधर, जिला प्रशासन ने एक मजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश इस मामले में दिए हैं।
ये है पूरा मामला
बीते शुक्रवार को जिला अस्पताल के टीबी वार्ड में मरीजों की हालत बिगड़ने का मामला सामने आया है। अचानक आक्सीजन लेवल कम होने से मरीजों की सांसें फूलने लगीं। तीमारदारों ने मरीजों की बिगड़ती हालत देख कर हंगामा शुरू कर दिया। आरोप है कि थोड़ी देर पहले ही डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाया था। उसके बाद से ही मरीज को परेशानी होने लगी। इसके बाद मरीजों के घरवालों ने आनन-फानन में 112 पर कॉल कर पुलिस बुला ली। पुलिस के पहुंचने पर डॉक्टर भी अस्पताल पहुंचे।
इसके बाद सभी मरीजों को इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट कर इलाज शुरू किया गया। जिसके बाद लोगों की हालत में सुधार हुआ। मरीजों के तीमारदारों ने बताया कि टीबी वार्ड में रात 8 बजे के आस-पास मरीजों को कोई इंजेक्शन दिया गया था। रात 1.20 बजे के बीच मरीजों की सांसें फूलने लगी। धीरे-धीरे सभी मरीजों को ऐसा होने लगा तो वार्ड में दहशत फैल गई। जो इंजेक्शन लगाया गया उसमें कुछ कमी या गड़बड़ी थी। इसी वजह से इंजेक्शन की दवा का रिएक्शन हुआ है।
साइड इफैक्ट संभव
इस मामले में टीबी वार्ड के इंचार्ज डा. गुलशन का कहना है कि संभवत कोई दवा रिएक्शन कर गयी है। कई बार मरीजों को कुछ ऐसी दवाएं चूक से दे दी जाती है जो उन्हें माफिक नहीं आतीं। ऐसा कुछ हो सकता है। बाकि जब जांच रिपोर्ट सामने आएगी तभी कुछ कहा जा सकता है।
ये कहना है प्रमुख अधीक्षक का
जिला अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डा. ईश्वरी देवी ने बताया कि जिलाधिकारी के आदेश पर मामले की जांच की जा रही है। इसके अलावा प्रशासन ने एक मजिस्ट्रेट जांच के भी आदेश दिए हैं। शीघ्र ही रिपोर्ट आ जाएगी जिसको प्रशासन को भेज दिया जाएगा।