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जनवाणी संवाददाता |
मवाना: प्रदेश के मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट ही हवा हवाई हो जाये तो उसे घोर लापरवाही कहना ही ठीक नहीं होगा। जी हां! हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेट गोआश्रय स्थलों की बात कर रहे हैं। खंड विकास क्षेत्र हस्तिनापुर के अधिकारी इसे भी हवा-हवाई करने का प्रयास कर रहे हैं।
तहसील की अधिकांश गोशालाओं में गोवंश की स्थिति खराब है। लेकिन, अधिकारियों के कानों पर जूं रेंगती नजर नहीं आ रही है। तहसील स्थित गोशाला में गोवंश की दुर्दशा बुधवार को सोशल मिडिया पर वायरल हुई लेकिन, अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा।
मामला हस्तिनापुर मवाना रोड स्थित हस्तिनापुर पिंजर पोल गोशाला है जहां पर गोवंश लगातार दम तोड़ते नजर आ रहे हैं लेकिन, किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता। गोशाला संचालक प्रशसनिक अधिकारियों को जिम्मेदार बताकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। गुप्त सूत्रों की मानें तो गोवंश के दम तोड़ने का मामला महीनों से चल आ रहा है। मामला यहीं तक सीमित नहीं है मृत गोवंश के शव बारिश के पानी में पड़े रहते हैं। लेकिन, गोवंश की दुर्दशा पर किसी का तरस नहीं आता।
गोवंश की दुर्दशा देखे गोवंश प्रेमी ने मामले का वीडियो बनाकर व्हाटसएप पर अपलोड किया। कई गोवंशों मृत पड़े हैं तो गोशाला के हालात भी बद से बदतर हैं। गोशाला में साफ सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है।
अपलोड करने वाले गोवंश प्रेमी ने वीडियो में गोवंश के भूख से मरने का आरोप लगाया। व्हाटसएप ग्रुप में मवाना तहसील के तमाम अधिकारी नजर बनाये है लेकिन संज्ञान किसी ने नही लिया। इसके बाद भी शासन प्रशासन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट का संचालन सकुशल होने के दावे करते हैं।
क्या कहते हैं संचालक और अधिकारी
गोशाला के उपसभापति मुकेश गुप्ता का कहना है कि गोशाला में 100 से भी अधिक गोवंश ब्लाक द्वारा भेजे गये हैं जिसके लिए ब्लाक के साथ तमाम आलाधिकारियों को बार बार अवगत कराया गया। लेकिन, कोई कार्रवाई आज तक नही की गई। वहीं उपजिलाधिकारी अखिलेश यादव का कहना है कि मामले की जांच कराई जा रही है रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जायेगी।
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