जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: पंजाब कांग्रेस में हुई फेरबदल से कांग्रेस शासित राज्यों का सियासी पारा भी गर्म हो गया है। सूबे में अचानक से मुख्यमंत्री बदले जाने के बाद राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी इसका असर दिखने लगा है।
हालांकि, यह बात खुलकर सामने नहीं आ रही , लेकिन अंदर ही अंदर मुख्यमंत्री पद चाहने वाले नेता दिल्ली पहुंचने लगे हैं।
इसी सिलसिले में छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव सोमवार की सुबह अचानक दिल्ली पहुंचे। दिल्ली एयरपोर्ट पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए टीएस सिंहदेव ने कहा कि उनका यह निजी दौरा है, वह कांग्रेस आलाकमान से मुलाकात नहीं करेंगे, लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि टीएस सिंहदेव का यह दौरा सोनिया और राहुल गांधी से मुलाकात करने के लिए हुआ है।
दरअसल, पिछले महीने छत्तीसगढ़ कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर सियासी घमासान मचा था। टीएस सिंहदेव चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ की कमान अब उनके हाथ में हो, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इसको लेकर तैयार नहीं हैं। प्रदेश कांग्रेस की यह कलह दिल्ली तक पहुंच गई।
दोनों नेताओं ने कांग्रेस आलाकमान से कई दफा मुलाकात की थीं। सूत्रों की मानें तो सोनिया और राहुल गांधी ने दोनों नेताओं को स्थिति सामान्य रखने की नसीहत देते हुए भूपेश बघेल की अगुआई में ही सत्ता चलाने की बात कही थी।
टीएस सिंहदेव ने निजी दौरा बताया
मुलाकात के बाद दोनों नेता रायपुर लौट गए और भूपेश बघेल कामकाज में जुट गए। हालांकि, टीएस सिंहदेव को यह बात नागवार गुजरी।
टीएस सिंहदेव फिर से दिल्ली पहुंचे और कांग्रेस हाईकमान से मिलने की इच्छा जाहिर की, लेकिन कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मिलने से इनकार कर दिया था।
वहीं, पंजाब में चरणजीत सिंह चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद एक बार फिर टीएस सिंहदेव का दिल्ली दौरा इस ओर इशारा कर रहा है कि वह हाईकमान से मिलने के लिए ही पहुंचे हैं। भले ही वह इसे सार्वजनिक करना नहीं चाहते हैं।