- सेना के अफसर और कैंट बोर्ड के अधिकारी पिछले 10 दिन से प्रधानमंत्री के सैन्य क्षेत्र में आने की सूचना से जुटे थे तैयारी में
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 मई को क्रांतिधारा पर होने वाले कार्यक्रम पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। सेना के अफसर और कैंट बोर्ड के अधिकारी पिछले 10 दिन से प्रधानमंत्री के सैन्य क्षेत्र में आने की सूचना से तैयारी में जुटे हुए थे। हर तरफ प्रधानमंत्री के आगमन की तैयारी दिखाई देने लगी थी, लेकिन अचानक शनिवार को यह भी सूचना आ गई कि प्रधानमंत्री का 10 मई को मेरठ दौरा रद्द हो गया है। हालांकि इसकी अधिकृत रूप से किसी अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन का कोई सरकारी कार्यक्रम भी जारी नहीं हुआ था। सिर्फ कैंट क्षेत्र में आर्मी के एक हॉस्पिटल का शिलान्यास करने की सूचना आ रही थी, जिसकी तैयारी चल रही थी। अधिकारियों ने 10 दिन पहले कैंट बोर्ड की बैठक बुलाई थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित दौरे को लेकर तैयारी करने के लिए कहा गया था। माल रोड की क्षतिग्रस्त सड़क को ठीक करने और खराब पड़े फव्वारे को चालू करने के लिए कहा गया था।
माल रोड पर अन्य सौंदर्यीकरण के कार्य कराने के लिए भी कैंट बोर्ड ने इंजीनियरों को अनुमति दे दी थी। सरधना रोड पर व्यापक स्तर पर सौंदर्यीकरण का कार्य चल रहा हैं। जगह-जगह सैन्य क्षेत्र में 1857 एक क्रांतिगाथा के नाम से ‘द्वार’ भी बना दिये गए हैं। एक-दो नहीं, बल्कि जगह-जगह ‘द्वार’ बनाये जा रहे थे। 1857 एक क्रांतिगाथा का स्लोगन भी सेना की तरफ से दिया गया था।
शनिवार को खबर मिली कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का संभावित दौरा रद्द हो गया हैं। 1857 की क्रांति पर कार्यक्रम तो होगा, लेकिन इसमें कौन आएगा, अभी इसकी जानकारी नहीं दी गई हैं। हॉस्पिटल का शिलान्यास कौन करेगा? अभी यह भी तय नहीं हैं। क्योंकि अब तक यहीं था कि प्रधानमंत्री आ रहे हैं, वहीं हॉस्पिटल का शिलान्यास करेंगे, मगर प्रधानमंत्री के कार्यक्रम पर संकट के बादल मडरा गए हैं।