- नहीं बहेगा नालियों में गोबर, नहीं होगी नालियां चोक
- पशु डेयरी संचालकों पर नगरायुक्त की सख्ती
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आने वाला एक सप्ताह पशु डेयरी संचालकों के लिए कष्टदायक रहने वाला है। क्योंकि नगरायुक्त मनीष बंसल ने स्पष्ट कर दिया है कि डेयरियों से सबमर्सिबल का कनेक्शन डिस्कनेक्ट करें, ताकि पशुओं का गोबर नाले में बहाना बंद होगा। गोबर डेयरी संचालक नाली में बहाने की बजाय एकत्र करें।
सबमर्सिबल का कनेक्शन कटने के बाद डेयरी में पानी की दिक्कत होगी, जिसके चलते डेयरी को अन्यंत्रण शिफ्ट करने के लिए भी प्रयास किये जाएंगे। इस तरह से निगम अब डेयरी संचालकों का उत्पीड़न करने जा रही है। इसकी शुरूआत शास्त्रीनगर समेत कई इलाकों में कर दी गई हैं, जहां पर डेयरियों में सबमर्सिबल पंप का कट कर दिया गया है।
निगम की इस सख्ती से डेयरी संचालक बिलबिला गए हैं। शहर के उस प्रत्येक क्षेत्र को चिह्नित किया जा रहा है, जहां पर डेयरी चल रही है तथा नालियों में पशुओं का गोबर बहाया जा रहा है। शहर में करीब दो हजार छोटी-बड़ी डेयरियां हैं, जिनमें 200 से लेकर 500 तक दूध के पशु मौजूद हैं।
हर रोज इन डेयरियों से व्यापक स्तर पर गोबर निकलता हैं, लेकिन गोबर को पानी में बहाया जाता है। हालांकि इस गोबर का सदुपयोग भी हो सकता हैं, जिसके लिए नगर निगम ने प्लान तो तैयार किया हैं, मगर फिलहाल उस प्लान पर काम करने में लंबा समय लग सकता है।
इस सत्य को निगम के अफसर भी स्वीकारते हैं, लेकिन फिलहाल पशुओं के गोबर से शहर के लोगों को राहत कैसे मिलेगी? इसको लेकर नगरायुक्त मनीष बंसल कवायद कर रहे हैं। नगर निगम प्रवर्तन दल को डेयरी के पंप डिस्कनेक्ट करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस अभियान को प्रवर्तन दल ही संचालित करेगा।
शहर में अवैध डेयरियों के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जाएगा। चल भी रहा है। नगर निगम प्रवर्तन दल के सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जसवंत तोमर के नेतृत्व में यह अभियान चलेगा। उनके पास तमाम डेयरियों की सूची आ गई हैं, जहां पर पशुओं का गोबर नाले व नालियों में बहाया जाता है। सफाई नायक भी इसमें लगाये गए हैं।
पुलिस को पत्र लिखकर डेयरियों के खिलाफ चलाये जा रहे हैं इस अभियान में सहयोग की मांग की है। क्योंकि फोर्स निगम कर्मियों के साथ रहेगी तो कानून व्यवस्था नहीं बिगड़ेगी। यदि फोर्स नहीं मिली तो दिक्कत खड़ी हो सकती है। क्योंकि इस तरह की दिक्कत पहले केसरगंज के सामने खड़ी हो चुकी हैं।
वहां पर डेयरी संचालकों ने बवाल कर दिया था। यह तो गनीमत रही कि निगम अफसरों के साथ पुलिस फोर्स भी मौजूद थी। इस तरह की पुरनावृत्ति नहीं हो, इसको देखते हुए ही फोर्स की मांग की गई है। प्रत्येक डेयरी पर लगे सबमर्सिबल पंपों का बिजली कनेक्शन काटे जा रहे हैं।
शास्त्री नगर सेक्टर-तीन तथा सेक्टर-चार में अभियान चलाकर 11 अवैध डेयरियां चिह्नित की गई। चार डेयरियों पर ताले लटके हैं। सात डेयरियों से भारी विरोध के बावजूद सबमर्सिबल पंप उखाड़ कर जब्त कर लिए गए तथा बोरवेल को ईंट पत्थरों आदि से भर दिया गया। इस दौरान राजेश चौहान, नौबत, हिमेश, मनोज, राजन, भारद्वाज तथा अमित की डेयरी से सबमर्सिबल पंप उखाड़े गए।
ये तो उत्पीड़न हैं, नहीं मिल रहा पशुओं को पानी
डेयरी संचालकों का कहना है कि सबमर्सिबल उखाड़ने से पशु पानी को तरस गए हैं। राजेश चौहान, नौबत सिंह, मनोज, राजन आदि का कहना है कि उनके सबमर्सिबल निगम अधिकारियों ने उखाड़ दिये हैं, जिसके बाद पशुओं को पानी पीने के लिए संकट खड़ा हो गया है। पशु बिना पानी के तड़प रहे हैं। नगर निगम कैटल कॉलोनी की व्यवस्था करें तो सभी डेयरी संचालक शहर से बाहर शिफ्ट कर लेंगे, लेकिन इस तरह से सबमर्सिबल उखाड़कर उत्पीड़न किया जा रहा है।