- जिला अस्पताल में दलालों की मदद से होता है सिटी स्केन
- 300 से 500 रुपये मांगे जाते हैं, पैसे नहीं देने वालों को काटने पड़ रहे चक्कर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जिला अस्पताल में ‘दलाल राज’ हैं। पैसा फेंकों तमाशा देखो, कुछ वैसा ही जिला अस्पताल में चल रहा हैं। दलाल के जरिये आपकी जिला अस्पताल में एंट्री हुई हैं तो समझिये कि आपका उपचार बेहतरीन तरीके से किया जाएगा। यदि आप सीधे अस्पताल पहुंचे है तो वहां पर आपका इलाज तो दूर ठीक से डॉक्टर ट्रीट भी नहीं करेंगे। पैसा दे दो तो सबकुछ संभव हैं।
गरीबों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं मिल सके इसके लिए शासन द्वारा हर जिले में सरकारी अस्पतल चलाए जाते हैं। इन अस्पतालों में सभी तरह की स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध होनें के दावें किए जाते है। लेकिन मेरठ का जिला अस्पताल इन दिनों दलालों के कब्जे में है। मरीजों को जो स्वास्थ्य सेवाएं मुफ्त में या बेहद कम कीमतों पर मिलनी चाहिए दलाल उनके बदले पैसे की मांग कर रहें है। हालांकि अस्पताल प्रशासन इसको लेकर इंकार कर रहा है।
एक दिन में 60-70 सिटी स्केन हो सकते हैं
जिला अस्पताल में तीन दिन पहले ही सिटी स्केन मशीन ठीक हुई है जिसके बाद यहां सिटी स्केन करानें वाले मरीजों की भीड़ लग रही है। अस्पताल परिसर में कुल छह कमरों में ओपीडी चलती है जिनमें डाक्टरों द्वारा सिटी स्केन के लिए लिखा जाता है।
लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी पर भरोसा किया जाए तो ओपडी में केवल छह से सात सिटी स्केन ही मुफ्त लिखे जा रहें है। जबकि एक दिन में 60 से 70 सिटी स्केन करने की क्षमता जिला अस्पताल में है। ऐसे में जो सिटी स्केन मुफ्त में होनें चाहिए वह पैसे लेकर हो रहें है।
दलालों द्वारा वसूले जाने वाले पैसे की होती है बंदरबांट
कुल छह ओपीडी चलने के दौरान केवल छह से सात सिटी स्केन ही मुफ्त होते है जो केवल खानापूर्ती है। मिली जानकारी के अनुसार इमरजेंसी के बाहर सक्रिय दलाल सिटी स्केन के बदले 300 से 500 रूपये की मांग करते है। ऐसा ही एक दलाल जनवाणी के कैमरे में कैद हुआ है।
मांग पूरी नहीं होने पर मरीजों को कई दिनों तक चक्कर लगवाएं जाते है। अंत में परेशान होकर मरीज पैसे देने को मजबूर हो जाता है। बताया जा रहा है दलालों द्वारा वसूले जा रहे पैसों में से दौ सौ रूपये उस डाक्टर के हिस्से में जाते है जो सिटी स्केन लिखता है। जबकि बाकि के पैसे दलाल अपने पास रखते है, यानी ऊपर से लेकर नीचे तक यहां भ्रष्टाचार का बोलबाला है।
मरीज ने बताई आपबीती
पिछले कई दिनों से सिटी स्केन के लिए चक्कर लगा रहे जुनेद ने बताया डाक्टर ने उसका सिटी स्केन करानें के लिए लिखा है। कई दिनों से वह इसके लिए जिला अस्पताल के चक्कर लगा रहा है मगर नहीं हो रहा है। सिटी स्केन कराने के लिए रोज भारी भीड़ रहती है लेकिन जो दलालों को पैसे देता है उसका हो जाता है। जुनेद का आरोप है पर्चा बनाने वाले अमित नाम के युवक ने उससे पांच सौ रूपये की मांग की है, पैसे नहीं देने पर उसे गुरूवार को आने के लिए कहा गया है।
जिला अस्पताल में डाक्टरों से सीधे मिलने पर सिटी स्केन मुफ्त हो रहें है। मरीज दलालों के चक्कर में न पड़े बल्कि सीधे जाकर डाक्टरों से पर्चे पर लिखवाएं। दलालों को रोकने के लिए समय-समय पर हम कार्रवाई करते है। -डा. कौशलेन्द्र, सुप्रिटेंडेट, जिला अस्पताल, मेरठ