- लीवर, किडनी और फेंफड़ों जैसे आर्गन्स के लिए घातक
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: यदि आप रेडी टू ईट, फास्ट या पैक्ड फूड खा रहे है तो सावधान हो जाइए। इनके लगातार सेवन से पेट संबंधी कई विकारों के अलावा कैंसर जैसे गंभीर रोग हो सकते हैं। इस तरह के खाने को तैयार करते समय कई जगह मिलावट या निम्न स्तर की सस्ती सामग्री का उपयोग किया जा रहा हैं। स्वाद बढ़ाने के लिए कई प्रकार के केमिकल का भी प्रयोग किया जा रहा हैं।
शाम ढलते ही सड़कों पर फास्ट फूड की दुकानों पर ग्राहकों की लाइने लग जाती है। इन दुकानों पर चाउमिन व बर्गर के शौकीन लोग स्वाद के चक्कर में धीमा जहर लेने के लिए पहुंच जाते है। ग्राहकों को चाऊमीन व बर्गर के साथ परोसे जाने वाले सोया सॉस, चिल्ली सॉस, टमाटो सॉस व विनीगर समेत अजना मोटो के नाम पर जो खाद्य पदार्थ दिये जाते है वह सेहत के लिए बेहद घातक है।
यह कैमिकल से बने पदार्थ होते है जो इंसानी शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचाते है। खासकर बच्चों के लिए ज्यादा हानिकारक होते है लेकिन खाद्य सुरक्षा विभाग सड़कों पर परोसे जा रहे इस धीमे जहर को लेकर अंजान बना है। चाउमीन मैदा से बनता है जिसमें फाइबर नहीं होता जो शरीर के लिए काफी नुकसानदायक होता है। इसके खाने से पेट में कब्ज की शिकायत होने लगती है और शरीर की पाचन क्रिया प्रभावित होती है।
जबकि चायनीज़ फूड के नाम पर परोसे जाने वाला सोया सॉस माइग्रेन जैसी घातक बीमारी को जन्म देता है। विनेगर जिसे आम तौर पर सिरका कहा जाता है उसके नाम पर जो तरल पदार्थ खाद्य पदार्थो में मिलाया जाता है वह एक कैमिकल है। इसके सेवन से पेट में जलन होना, गैस बनना व अल्सर होने की संभावना बढ़ जाती है। सॉस के नाम पर परोसे जा रहे कैमिकल्स व चाउमीन और बर्गर खाने से बच्चों में भी दिल की धड़कने बढ़ने की शिकायते आने लगती है। साथ ही माइग्रेन जैसी समस्या भी पनपने लगती है।
महज 20 रुपये में मिलती है सॉस की बोतलें
सड़कों पर धड़ल्ले से बिकने वाला फास्ट फूड जिसके साथ सोया सॉस, चिल्ली सॉस, टमाटो सॉस व विनेगर परोसा जाता है वह काफी खतरनाक होता है। फास्ट फूड कार्नर चलाने वाले दुकानदार बाजार से महज 20 रूपये में यह जहर खरीदते है और उन्हें आम जनता को परोस रहें है।
बड़ा सवाल यह कि केवल 20 रूपये में मिलने वाली सॉस की बोतलों में क्या होता है इसकी जानकारी आम आदमी को नहीं होती। टमाटरों की कीमत इन दिनों आसमान छू रही है लेकिन टमाटो सॉस की पांच लीटर की केन महज 100 रूपये में आसानी से उपलब्ध हो रही है।
बाजार में बिकने वाला फास्ट फूड धीमा जहर है। इसके साथ परोसे जाने वाले सॉस कैमिकल है जो इंसान के शरीर पर गंभीर असर डालते है। खासकर बच्चों के लिए यह काफी खतरनाक होते है। इस तरह के खाद्य पदार्थ बेचने से रोकने के लिए खाद्य सुरक्षा विभाग को कदम उठाने चाहिये। -डा. आभा गुप्ता, एचओडी, मेडिसन विभाग, मेडिकल।
खुले आम फास्ट फूड कारनर्स पर बिकने वाले खाद्य पदार्थो को लेकर अभियान चलाया जाएगा। अलग-अगल टीमें बनाकर इनकी सैंपलिंग कराई जाएगी जिसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। -दीपक सिंह, असिस्टेंड कमिश्नर खाद्य सुरक्षा विभाग।