- एडीएम फाइनेंस के निर्देश पर 127 लोगों के कोविड-19 की जांच में सात श्रमिक मिले पॉजिटिव
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ/परतापुर: जहां केंद्र और प्रदेश सरकार दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर फिर ब्रेक लग गया। इस बार ब्रेक लगने की वजह है तीन श्रमिकों का पॉजिटिव निकलना। क्योंकि ये श्रमिक दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर काम कर रहे थे। ऐसे में दिक्कत पैदा हो गयी है।
श्रमिक भयभीत है, जिससे काम प्रभावित हो सकता है। इस बात को एनएचएआई के अधिकारी भी मानते हैं। एक बार फिर एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर संकट पैदा हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम जैसे ही दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर काम कर रहे लोगों की कोविड-19 जांच करने पहुंची तो 30 टेस्ट लिये गए, जिसमें से तीन श्रमिक पॉजिटिव आए हैं, वही अभी बड़े स्तर पर जांच होनी है और पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आए मजदूरों की एक चेन बनी हुई है, जिसको तलाशना की जा रही है।
ऐसे में और भी कोरोना पॉजिटिव श्रमिक सामने आ सकते हैं। ऐसी स्थिति में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का काम पूरी तरह से प्रभावित हो जाएगा। विभागीय अधिकारी भी होम क्वारंटाइन किये जा सकते हैं।
दरअसल, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के काम को पूरा करने के लिए एनएचएआई अधिकारी पूरा जोर लगा रहे हैं, जिससे एनएचएआई को मार्च 2021 तक पूरा किया जा सके पर कभी लॉकडाउन तो कभी बारिश, कभी मजदूर की कमी तो कभी मजदूरों में कोविड-19 की दहशत यह सभी कारण हैं।
जिस कारण दिल्ली-मेरठ-डासना एक्सप्रेस-वे का काम पीछे खिसकता जा रहा है। ऐसा ही रविवार सुबह देखने को मिला एडीएम फाइनेंस के निर्देश पर जब स्वास्थ्य विभाग की टीम एनएचएआई आॅफिस भूड़बराल पहुंची और एनएचएआई के काम में जुटे लोगों का कोविड-19 टेस्ट करना शुरू किया तो पहले 30 टेस्टों में ही तीन लोग कोरोना पॉजिटिव मिले।
जिसे देख एनएचएआई अधिकारियों के होश उड़ गए, वहीं अभी बड़े स्तर पर एनएचएआई के काम में जुटे लोगों के कोरोना टेस्ट होने हैं। ऐसे में भूड़बराल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सा प्रभारी डा. आशुतोष ने बताया कि जिन लोगों को कोरोना पॉजिटिव आया है, उनके संपर्क में आए लोगों की पहचान भी की जा रही है।
जिससे उन पर भी नजरें रखी जा सके और उन्हें क्वारंटाइन किया जा सके। पहले ही दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के काम में एनएचएआई मजदूरों की कमी झेल रहा था। वहीं अब कोरोना पॉजिटिव लोग मिलने के बाद कहीं ना कहीं दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के काम एक तरह से बंद ही हो जाएगा। क्योंकि अभी कोरोना की जांच कई दिन चलेगी। बड़ी तादाद में इस कार्य में श्रमिक जुटे हैं।
मेरठ से हापुड़ के बीच नहीं लगेगा टोल
मेरठ-बुलंदशहर हाइवे पर मेरठ से हापुड़ तक टोल नहीं लगेगा, लेकिन बुलंदशहर के गुलावठी शहर में टोल लिया जाएगा। इस तरह से मेरठ और हापुड़ तक सफर करने वाले लोगों के लिए यह सुकून भरी खबर है। मेरठ-बुलंदशहर हाइवे वाहन फर्राटा भर रहे हैं।
हापुड़ तक कोई टोल देय नहीं होगा। इसको लेकर मेरठ के लोग बुलंदशहर-मेरठ हाइवे से वाया दिल्ली जा सकेंगे। क्योंकि हापुड़ से आगे यह हाइवे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे में जुड़ जाता है।
हाइवे पूरी तरह तैयार हो गया है। वाहन फर्राटा भर रहे हैं। बीच में कुछ कार्य जैसे खरखौदा के पास ओवरब्रिज अधूरा पड़ा है, जिस पर तेजी से काम चालू हो गया है। इसके पूर्ण होने के बाद सर्विस रोड भी बनाई जाएगी, जिस पर गांव के आसपास के लोगों का आवागमन हो सकेगा और बढ़ रही दुर्घटनाओं पर भी लगाम लग सकेगी।