जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता में गिरावट जारी है। दिल्ली-एनसीआर इलाकों में आज भी धुंध छाई है। वायु प्रदूषण के कारण राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता गंभीर है। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार दिल्ली में AQI 364 (बहुत खराब) श्रेणी में है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) वर्तमान में यूपी के नोएडा में ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 393, हरियाणा के गुरुग्राम में ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 318 और दिल्ली एयरपोर्ट टी 3 के पास ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 333 है। दिल्ली का औसतन वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) वर्तमान में 364 (बहुत खराब) श्रेणी में है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, नई दिल्ली के आनंद विहार में कमजोर हवाओं की वजह से हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई।
गुरुवार सुबह 8 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के अनुसार, आनंद विहार का औसत एक्यूआई 458 था जो 500 तक के पैमाने पर ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है।
हालांकि दिल्ली-एनसीआर में बुधवार को हवा की दशा और दिशा बदलने से वायु प्रदूषण में सुधार हुआ था। हवा गंभीर श्रेणी से निकलकर बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई थी। मामूली सुधार के बावजूद दमघोंटू हवा से लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ बनी रही।
Smog envelops Delhi-NCR, air quality turns severe in several parts of the national capital as air pollution worsens.
The Air Quality Index (AQI) in the national capital is currently at 364 (in the 'Very Poor' category) pic.twitter.com/AtTyVfPtTI
— ANI (@ANI) November 3, 2022
वायु मानक एजेंसियों का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक हवा की गुणवत्ता बहुत खराब से गंभीर श्रेणी के निचले स्तर में बनी रहेगी। वैसे कल की तुलना में आज का एक्यूआई कुछ कम रहा। आज सुबह का एक्यूआई 346 दर्ज किया गया है। लेकिन बाद में इसका स्तर और बढ़ गया। सुबह-सुबह नोएडा का एक्यूआई 393, और गुरुग्राम का 318 दर्ज किया गया।
इससे पहले सोमवार को यह 424 के साथ सीजन में पहली बार गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया था। साथ ही फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा की हवा भी गंभीर दर्ज की गई थी। हालांकि, बीते 24 घंटे में एनसीआर के सभी शहरों की हवा में भी मामूली सुधार हुआ है। सबसे कम 310 एक्यूआई गुरुग्राम का रहा है।
पांच नवंबर से और बेहतर होगी हवा
केंद्र की वायु मानक संस्था सफर इंडिया के मुताबिक, बीते 24 घंटे में 2.5 माइक्रोमीटर से बड़े कणों की पर्टिकुलेट मैटर (पीएम) 10 में 55 फीसदी तक हिस्सेदारी रही है। पीएम 10 का स्तर 329 और पीएम 2.5 का स्तर 179 माइक्रोमीटर प्रतिघन मीटर दर्ज किया गया। सफर का पूर्वानुमान है कि अगले तीन दिन तक हवा की रफ्तार आठ से 15 किलोमीटर प्रतिघंटे तक दर्ज की जा सकती है। वहीं, पांच नवंबर से मौसमी दशाओं के बदलने की वजह से हवा की सेहत में और सुधार दर्ज किया जा सकता है
पंजाब में सर्वाधिक तीन हजार से अधिक जगहों पर जली पराली
बीते 24 घंटे में पंजाब में अभी तक की सर्वाधिक तीन हजार से अधिक जगहों पर पराली जली है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के मुताबिक, 3634 जगहों पर पराली जलाने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई हैं। वहीं, हरियाणा में 166, उत्तर प्रदेश में 25, दिल्ली में शून्य, मध्यप्रदेश में 284 और राजस्थान में 63 जगहों पर पराली जलाई गई हैं।