- भाकियू, गैर भाजपाई दलों ने घरों पर फहराए काले झंडे
- पुलिस ने विपक्षी दलों के नेताओं के घरों पर बैठाया पहरा
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: दिल्ली की सीमाओं पर तीन नए कृषि कानूनों को तत्काल समाप्त किए जाने और एमएसपी पर कानून बनाए जाने की मांग को लेकर चल रहे किसान आंदोलन को बुधवार को छह माह हो गए। फिर भी, केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा कृषि कानूनों को वापस न लिए जाने और एमएसपी कानून बनाए जाने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन और विपक्षी दलों ने जनपद में काला दिवस मनाया। इस दौरान घरों पर गैर भाजपाई दलों के नेताओं ने काले झंडे फहराकर विरोध जताया।
दिल्ली बॉर्डर पर देशभर के किसान केंद्र सरकार द्वारा पिछले साल लागू किए गए तीन कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने और एमएसपी पर कानून बनाए जाने की मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आंदोलनरत हैं। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने तीन दिन पहले 26 मई को किसान आंदोलन को छह माह पूरे होने पर काला दिवस मनाए जाने का ऐलान किया था।
टिकैत ने किसानों से अपने घरों, ट्रैक्टरों आदि पर काला झंडा फहराकर विरोध जताने का आह्वान किया गया था। काला दिवस को 12 विपक्षी दलों ने अपना समर्थन देने का ऐलान किया था। जिस पर बुधवार को शामली जनपद में किसानों और विपक्षी दलों के नेताओं ने अपने-अपने घरों पर काले झंडे फहराकर काला दिवस मनाया।
भाकियू के उत्तर प्रदेश के प्रवक्ता कुलदी पंवार के अलावा जिलाध्यक्ष कपिल खाटियान ने अपने-अपने घरों तथा यूनियन कार्यालय पर काले झंडे फहराए। साथ ही, मास्टर जाहिद, जीतू निर्वाल, शहर अध्यक्ष योगेंद्र पंवार, गुड्डू बनत, तालिब चौधरी, अरविंद खोड़समा आदि ने अपने-अपने घरों पर काले झंडे फहराकर तीन नए कृषि कानून का विरोध जताते हुए एमएसपी पर कानून बनाए जाने की मांग की।
ग्राम भैंसवाल और राझड में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे लहराकर तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए काला दिवस मनाया। यहां हरिकिशन पंवार, शोकिंद्र चौधरी, भगत, अनिल, प्रियांशु पंवार, रवि, निखिल, अनिमेष, तनिष्क, कृष, बालियान, देवराज, खुशनूद, मोनू आदि मौजूद रहे। भैंसवाल में रालोद नेता एवं जिला पंचायत सदस्य उमेश कुमार ने ट्रैक्टर पर काला झंडा लगाकर खेतों पर पहुंचें।
इधर, शामली में आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेंद्र पहलवान तथा जिला कांगे्रस कमेटी के जिलाध्यक्ष दीपक सैनी ने अपने-अपने घरों पर काले झंडे फहराकर किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए तीन नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने और एमएसपी पर कानून बनाए जाने की मांग की। इनके अलावा समाजवादी पार्टी ने भी काला दिवस का पूर्ण समर्थन किया।
राष्ट्रीय लोकदल के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता अपने हाथों पर काली पट्टी बांधकर और घरों पर काला झंडा लगाकर केंद्र सरकार द्वारा किसानों पर जबरन थोपे गए तीनों काले कृषि कानूनों का विरोध प्रदर्शन कर किसान आंदोलन को अपना समर्थन दे रहे हैं।
किसान नेताओं के घर पुलिस का पहरा
भारतीय किसान यूनियन और संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बुधवार को मनाए गए काला दिवस को लेकर पुलिस फोर्स अलर्ट रहा। इसके चलते विपक्ष के कई नेताओं के घरों पर पुलिस का पहरा रहा। रालोद नेता और जिला पंचायत सदस्य उमेश कुमार के भैंसवाल तथा भाकियू नेता मास्टर जाहिद के गांव सोंटा रसूलपुर स्थित आवास पर पुलिस बल का पहरा रहा तो गांव लिलौन में किसान यूनियन के अध्यक्ष सवित मलिक के घर पर भी पुलिस मौजूद रही। इनके अलावा कई अन्य नेताओं के घरों पर पुलिस बल तैनात रहा।