- गरीब एवं प्रतिभावान खिलाड़ियों को मिले सभी सुविधाएं
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: डीएम ने बुधवार को कैलाश प्रकाश स्पोटर्स स्टेडियम का निरीक्षण किया और बदहाली को देख नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि गरीब और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को आवश्यक सुविधाएं दी जाएं। कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम सभागार में डीएम दीपक मीणा की अध्यक्षता में खेल विकास एवम प्रोत्साहन समिति के सदस्यों के साथ बैठक हुई। बैठक में कम उपस्थिति को देख डीएम नाराज हुए और बोले अगली बार शतप्रतिशत उपस्थिति रहे।
बैठक में सर्वसम्मति से पारित किए गए प्रस्ताव में जनपद में संचालित तरणताल एवं जिम को चलाने के लिए शासन की ओर से निर्धारित वार्षिक शुल्क 1500 रुपये निधि में जमा कर अनापत्ति प्रमाण पत्र लेना अनिवार्य होगा। शराब लाइसेंस जारी करते समय 5000 की धनराशि समिति के नाम देना अनिवार्य होगा।
आर्थिक रूप से कमजोर खिलाड़ियों को चिन्हित कर उद्योगपतियों से खेल किट उपलब्ध कराई जाएगी स्टेडियम में सौंदर्यीकरण एवं रखरखाव के लिए नगर निगम, विकास प्राधिकरण और अन्य संस्थाओं के माध्यम से निस्तारण किया जाएगा। स्टेडियम में प्रशिक्षण को देखते हुए आवश्यकता के अनुसार खेल प्रशिक्षकों की तैनाती की जाएगी। स्टेडियम में किसी भी प्रकार की प्रगति कार्य कराने के लिए एजेंसी के माध्यम से आगणन तैयार कर अध्यक्ष महोदय के समक्ष रखा जाएगा।
स्पोर्ट्स स्टेडियम में सुलभ शौचालय हाईमास्ट लाइट जिम में दिव्यांग लोगों के लिए आवश्यक इक्विपमेंट्स सीसीटीवी कैमरे सोलर लाइट स्ट्रीट लाइट पीने के पानी के लिए खिलाड़ियों को स्वच्छ फिल्टर आरो जैसी सुविधाओं के बारे में चर्चा की गई। जिस पर डीएम द्वारा निर्देशित किया गया कि खेल ग्राउंड में आवश्यक सुविधाओं के लिए मांग के संबंध में सूची तैयार कर उपलब्ध कराई जाए जिससे कि उचित कार्रवाई सुनिश्चित किया जा सके।
बैठक के बाद डीएम ने जिम, हॉस्टल न हॉकी ग्राउंड स्विमिंग पूल बैडमिंटन ग्राउंड आदि का निरीक्षण कर संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। बैठक में सांसद प्रतिनिधि हर्ष गोयल अलका तोमर अंतर्राष्ट्रीय पहलवान जिला विद्यालय निरीक्षक जेके चौधरी, जिला युवा कल्याण अधिकारी शालिनी गर्ग सहित समिति के अन्य सदस्य एवं संबंधित खेल प्रशिक्षक आदि उपस्थित रहे।
वहीं, एडवोकेट रामकुमार शर्मा ने डीएम से मुलाकात कर स्टेडियम की बदहाली के बारे में जानकारी दी थी कि स्टेडियम में शौचालयों का बुरा हाल है। खिलाड़ियों के लिये पानी की व्यवस्था नहीं है। नशे के खाली इंजेक्शन शौचालयों के पास पड़े रहते हैं।