- हत्या से पहले शिखा गिड़गिड़ाती रही, लेकिन कातिल पर फर्क नहीं पड़ा
- गर्भवती महिला को धक्का देकर गिराने से हुई बेहोश फिर दबाया गला
- आरोपी बहनोई को अदालत ने भेजा जेल
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: हस्तिनापुर स्थित रामलीला मैदान निवासी बैंक मैनेजर की आठ माह की गर्भवती पत्नी और पांच साल के बेटे की निर्मम हत्या करने के आरोपी बहनोई हरीश मावी को पुलिस ने गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया। हत्यारोपी बहनोई इतना निर्दयी था कि रिश्ते में लगने वाली सलहज शिखा उससे गिड़गिड़ाती रही कि मारो मत घर में रखा सारा पैसा और जेवर ले जाओ मैं किसी को बताऊंगी नहीं, लेकिन आरोपी ने एक नहीं सुनी और मां और बेटे की हत्या कर दी।
थाना हस्तिनापुर पर संदीप कुमार पुत्र राजेन्द्र सिंह ने अज्ञात व्यक्ति द्वारा वादी के घर में लूटपाट करते हुये पत्नी शिखा व पुत्र रुशांक की हत्या कर देने के सम्बन्ध में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस लाइन में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि परिजन व आसपास के व्यक्तियों से पूछताछ एवं तकनीकी साक्ष्यों के आधार परहरीश कुमार पुत्र जसवंत निवासी होशियापुर मेन गेट गली-दो थाना सेक्टर-51 नोएडा से पूछताछ की गयी तो उसने अपना जुर्म इकबाल किया।
अभियुक्त हरीश कुमार ने बताया की वह संदीप कुमार पुत्र राजेन्द्र सिह का बहनोई है। संदीप के भाई दीपक की शादी में इन लोगो ने मुझ पर रुपये चोरी का आरोप लगाया था और संदीप ने अपने घर आने पर रोक लगा रखी थी। क्योंकि मैंने संदीप की बहन से अर्न्तजातीय विवाह किया गया था। जिस बजह से उसका परिवार सम्मान नहीं देता था और मुझे बेइज्जती महसूस होती थी। संदीप के द्वारा मेहनत करके कम समय में अपनी आर्थिक स्थिति और सामाजिक स्थिति ठीक कर ली गई थी।
जबकि मेरी आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। इन कारणों से में इनसे रंजिश रखने लगा था । 29 अगस्त को साथी रवि पुत्र हरभजन सिह निवासी अहमदपुर नयां गांव थाना पिलखुवा जनपद हापुड़ के साथ मिलकर समय करीब 12.30 बजे के करीब बस द्वारा हस्तिनापुर आये और उसके बाद आटो से संदीप के घर पहुंचे। मैंने दरवाजा खोलने को आवाज दी तो संदीप की पत्नी ने मुझे पहचान कर रिश्तेदार होने के नाते दरवाजा खोल दिया था।
हम लोग घर के अन्दर चले गये और योजना के अनुसार संदीप की पत्नी शिखा की तकिये से मुंह व नाक दबाकर हत्या कर दी तथा उसके बेटे रुशांक का गला कपड़े से घोटकर हत्या कर दी और दोनों के शवों को बेड के बाक्स में बंद कर दिया था। हमारा इरादा संदीप की भी हत्या करने का था, किन्तु वह घर पर मौजूद नहीं था और शिखा द्वारा बताया गया कि उसकी सास भी कुछ देर बाद वहां पर आने वाली है। घटना को लूट का रूप देने के लिये घर मे रखी नकदी व जेवरात अलमारी से निकालकर और उसकी स्कूटी जोकि घर के बरामदे में खड़ी थी।
उसे लेकर घर के बाहर का ताला लगाकर वहां से भाग गये थे। जिससे कि किसी को शक न हो कि अन्दर क्या हुआ है? एसएसपी ने बताया कि आरोपी हरीश के पास से लूटे गये एक लाख 47 हजार 910 रुपये और जेवरात के अलावा स्कूटी, तमंचा, नौ कारतूस और दो चाकू बरामद किये गए हैं। वहीं, एसपी क्राइम अनित कुमार ने बताया कि आरोपी हरीश ने 2010 में नोएडा में आर्किटेक्ट वैभव जैन के दो करोड़ रुपये चोरी कर लिये थे, जिसमें वो जेल गया था। इसके अलावा भी वो एक दो मामलों में जेल जा चुका है।
तमाम सवाल जो अनसुलझे रहे गए
- आरोपी ने कहा कि वो संदीप को मारना चाहते थे। आरोपी हरीश को पता था कि संदीप बैंक से देर शाम को आता है फिर वो दोपहर साढ़े बारह बजे घर क्या करने गये थे।
- जब संदीप ने बहनोई हरीश के घर आने पर प्रतिबंध लगा दिया था। फिर शिखा ने उसे घर में घुसने की अनुमति क्यों दी?
- शिखा ने क्यों आरोपी को बताया कि शाम चार बजे सास घर आने वाली है।
- मौके पर पानी के दो गिलास, किचन में चाय का सामान, पोछा और फर्श साफ करने वाला वाइपर घटनास्थल पर क्यों था।
- जब संदीप को पता था कि उसका बहनोई चोर और पत्नी पर गलत निगाह रखता है तो पहले दिन पुलिस को जानकारी क्यों नहीं दी?
- परिजनों ने ढाई लाख रुपये कैश और 14 तोले सोने के जेवरों के लूट की बात क्यों की, जबकि बरामद सिर्फ 147910 रुपये और जेवर बरामद हुए हैं।
- दोहरा हत्याकांड लूट के लिये हुआ या रंजिश में किया गया। हरीश की रंजिश तो संदीप से थी, इसका मतलब लूट के बाद पहचान छुपाने के लिये हत्याएं की गई।