Thursday, June 8, 2023
- Advertisement -
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsMeerutसवालों में घर-घर कूड़ा एकत्र अभियान

सवालों में घर-घर कूड़ा एकत्र अभियान

- Advertisement -
  • शहर में जगह-जगह लगे हैं कूड़े के ढेर, उठ रही भयंकर सड़ांध
  • छह माह बाद भी नहीं हो सका सफल
  • नगर निगम के द्वारा बीवीजी कंपनी को दिया गया टेंडर
  • वर्तमान में 170 गाड़ियों द्वारा तीन सेक्टरों में से दो सेक्टरों में ही शुरू किया जा सका अभियान
  • 50 वर्ग गज मकान स्वामी से 30 रुपये, 50 वर्ग गज से अधिक से 80 रुपये प्रतिमाह चार्ज

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: नगर निगम के द्वारा स्वच्छ भारत मिशन अभियान के अंतर्गत महानगर को साफ एवं स्वच्छ रखने के लिये छह माह पूर्व बीवीजी को टेंडर देते हुए डोर-टू-डोर कूड़ा एकत्रित करने के लिये शुरुआत की थी। निवर्तमान पार्षद ने इस मामले में डीएम को शिकायती पत्र भेजकर कूड़ा उठाने वाली कंपनी पर मलिन बस्ती में मानक से अधिक यूजर चार्ज वसूलने की शिकायत की है।

हालांकि अभी कंपनी द्वारा अनुबंध के अनुसार 73 वार्डों में ही इस योजना के अंतर्गत घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित करने वाले अभियान को शुरू किया है। अभी 17 वार्डों में इस योजना को कब शुरू किया जायेगा। इसके बारे में अभी कोई सटीक जानकारी निगम के पास नहीं है। वहीं, दूसरी ओर नगर निगम के द्वारा 73 वार्डों में घर-घर जाकर कूड़ा कलेक्शन के लिये 170 गाड़ियां बीवीजी कंपनी को उपलब्ध कराई गई हैं।

नगर निगम के द्वारा साफ सफाई का कार्य सफाई कर्मचारियों के द्वारा किया जाता है। इसमें स्वच्छ भारत मिशन अभियान के अंतर्गत महानगर में डोर-टू-डोर गीला एवं सूखा कूड़ा अलग-अलग एकत्रित करने से लेकर उसके डिस्पोजल तक का कार्य टेंडर के द्वारा छह माह पूर्व बीवीजी कंपनी को दिया गया। जिसमें अनुबंध के अनुसार महानगर के 90 वार्डों में अभी तक 73 वार्डों में ही इस योजना का संचालन शुरू हो सका है।

जिस योजना को सफलतापूर्वक पूरे महानगर में शुरू किया जाना चाहिए था,छह महीने बीत जाने के बाद भी 17 वार्डों को इस योजना में शामिल नहीं किया गया। महानगर को तीन सेक्टरों में बांटा गया है। जिसमें कंकरखेड़ा, सूरजकुंड एवं दिल्ली रोड शामिल हैं। अभीतक इस योजना में कंकरखेड़ा को शामिल नहीं किया गया। कंकरखेडा के सभी 17 वार्डों में नगर निगम पूर्व की भांति ही कूड़ा एकत्रित करने व उसके निस्तारण का कार्य कर रहा है।

जबकि निगम के द्वारा शेष 73 वार्डों के लिये घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित करने के लिये 170 गाडियां बीवीजी कंपनी को उपलब्ध कराई गई हैं। वहीं निवर्तमान पार्षद गफ्फार ने नगरायुक्त एवं डीएम को शिकायती पत्र भेजकर बीजीवी कंपनी पर निर्धारित शुल्क से अधिक शुल्क मलिन बस्तियों में लोगों से लिये जाने की बात कही है। जबकि निगम कर्मियों का कहना है कि 50 वर्ग गज मकान वालों से 30 व उससे अधिक वर्ग गज वाले मकान मालिकों से 80 रुपये एवं होटल या अन्य बडेÞ रेस्टोरेंट आदि से अलग-अलग यूजर चार्ज लिया जाता है।

वहीं, महानगर में कुछ जगह तो ऐसी भी हैं, जिसमें छह महीने बीतने के बाद भी लोगों को का कहना है कि उन्हें नहीं मालूम की इस तरह निगम के द्वारा किसी अभियान की शुरुआत की गई है। वह आज भी पूरानी निर्धारित जगहों पर ही कूड़ा डाल देते हैं। जिन जगहों पर वह डालते चले आ रहे हैं। वहीं, देखा जाये तो नगर निगम के द्वारा अलग-एवं बीवीजी कंपनी के द्वारा अलग से महानगर में साफ सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने का कार्य किया जा रहा है,

लेकिन उसके बावजूद बेपटरी सफाई व्यवस्था पटरी पर आने का नाम नहीं ले रही है। बेगमपुल नाले के निकट गंदगी का अंबार लगा है।जिस पर स्थानीय लोगों का कहना है कि उनका इस गंदगी के ढेर के चलते घरों में रहना एवं खाना पीना दूभर हो गया है। जिसमें दुकानदार विजय रस्तोगी ने बताया कि कूड़े के ढेर पर कुछ मीट की दुकान संचालक सड़ा गला मीट आदि डाल देते हैं।

जिसके चलते दुर्गंध और बढ़ जाती है, उनका जीना दूभर हो गया है। वहीं चांद बाबू ने बताया कि वह गंदगी के ढेर से परेशान हो गये हैं। उन्हे नहीं पता कि कूड़ा बीवीजी कंपनी उठाती है या कोई ओर उन्हे तो सफाई व्यस्था बेहतर चाहिए। दिल्ली रोड निवासी आलोक कुमार ने बताया कि गाड़ी कूड़ा लेकर जा रही है, लेकिन उनसे कितना यूजर चार्ज लिया जायेगा जानकारी नहीं है।

महानगर के 73 वार्डों में स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत डोर-टू-डोर योजना को शुरू किया गया था। जिसमें अभी तक 90 वार्डों में 73 में इस योजना का शुभारंभ किया गया था। शेष 17 वार्डों में पूर्व की भांति नगर निगम ही साफ-सफाई व्यवस्था को संभाले हुए हैं।

वहीं, निर्वतमान पार्षद का कूड़ा कलेक्शन के नाम पर यूजर चार्ज अधिक लिये जाने का आरोप बेबुनियाद है। कूड़ा कलेक्शन से लेकर निस्तारण का कार्य पूरी पादर्शिता से किया जा रहा है। जिसमें लोहिया नगर में आरडीएफ व कम्पोस्ट खाद अलग-अलग तैयार किया जा रहा है। -डा. हरपाल सिंह, प्रभारी स्वास्थ्य चिकित्सा एवं पशु कल्याण विभाग अधिकारी।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
4
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -
- Advertisment -
- Advertisment -
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -

Recent Comments