- पीडब्ल्यूडी: अधिशासी अभियंता की हिटलरशाही के खिलाफ कर्मियों का धरना शुरू
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अधिशासी अभियंता सतेंद्र सिंह पर प्रमुख अभियंता (लोनिवि) लखनऊ के आदेशों की अवहेलना का आरोप लगाते हुए पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों ने सोमवार से उनके कार्यालय के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। कर्मचारियों ने ऐलान किया कि अब आरपार की लड़ाई होगी। वो अपना हक लेकर रहेंगे तथा जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती वो अपना आन्दोलन जारी रखेंगे।
उत्तर प्रदेश पीडब्ल्यूडी नियमित वर्कचार्ज कर्मचारी संघ, लोनिवि के बैनर तले शुरू हुए धरने के पहले दिन आंदोलनकारियों को सम्बोधित करते हुए अध्यक्ष अहसान अली ने अधिशासी अभियंता सतेन्द्र सिंह की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर किस आधार पर वो प्रमुख अभियंता के आदेशों की अवहेलना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कार्य अभिकर्ताओं को वेतन निर्धारण के अन्तर्गत ग्रेड पे 2400 दिया जाना उनका वाजिब हक है जो उन्हें मिलना चाहिए।
महामंत्री दिनेश चंद जोशी ने कहा कि इस संबध में कई बार स्थानीय अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है लेकिन अधिकारी कुंभकर्णी नींद सो रहे हैं। उन्होंने अधिशासी अभियंता सतेन्द्र सिंह की कार्य प्रणाली को भी कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि सतेन्द्र सिंह की मानसिकता कर्मचारी विरोधी है।
आत्मदाह करूंगा, अधिकारी होंगे जिम्मेदार: अध्यक्ष
संगठन के जनपद अध्यक्ष अहसान अली ने चेतावनी दी कि यदि उनकी कर्मचारियों की मांगे न मानी गर्इं तो वो आत्मदाह करेंगे और इसकी सारी जिम्मेदारी अधिशासी अभियंता सतेन्द्र सिंह की होगी। उन्होंने कहा कि अब आन्दोलन चाहे जितना लम्बा चलाना पड़े, चलाएंगे लेकिन मांगे पूरी हुए बिना यहां से नहीं हटेंगे।
अब लॉलीपॉप थमाया तो देख लेंगे: महामंत्री
संगठन के महामंत्री दिनेश चंद जोशी ने कहा कि अभी तो हमने सिर्फ धरान शुरू किया है, लेकिन यदि उनकी मांगे न मानी गर्इं तो क्रमिक अनशन से लेकर भूख हड़ताल तक की जाएगी। महामंत्री ने साफ किया कि अभी तक अधिकारी उन्हें (संगठन को) सिर्फ लॉलीपॉप ही थमाते रहे और अब भी अगर यही हुआ तो देख लेंगे।
पीडब्ल्यूडी इंजीनियर्स का आज से शुरू होने वाला आंदोलन स्थगित
लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अभियंताओं का आज से शुरू होने वाला आन्दोलन एक बार फिर स्थगित हो गया है। इस संबध में संगठन के प्रांतीय पदाधिकारियों ने भी साफ कर दिया है कि आंदोलन को फिलहाल स्थगित किया जा रहा है। तीन जनपदों के अधिशासी अभियंताओं के खिलाफ खुद पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों ने विरोध के स्वर बुलंद कर रखे थे जबकि बलिया जनपद में पीडब्ल्यूडी कार्यालय में हिस्ट्रीशीटर राज के खिलाफ आवाज उठाई गई थी।
इस संबंध में डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के प्रदेश महामंत्री प्रकाश चंद ने बताया कि लखीमपुर के अधिशासी अभियंता का स्थानांतरण कर दिया गया है जबकि मुजफ्फरनगर और औरया जनपदों में तैनात अधिशासी अभियंताओं को लेकर शासन स्तर पर बातचीत जारी है तथा उसमें लगातार प्रगति हो रही है। इसके अलावा प्रकाश चंद ने यह भी बताया कि बलिया जनपद में पीडब्ल्यूडी कार्यालय में व्याप्त हिस्ट्रीशीटरों के खिलाफ गिरफ्तारी की कार्रवाई के बाद उनकी यह मांग भी पूरी हो गई है।
उन्होंने कहा कि उक्त प्रगति के बाद डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के पदाधिकारियों की बैठक में आन्दोलन को स्थगित किए जाने का फैसला लिया गया। हालांकि संघ से जुड़े सूत्रों का यह भी कहना है कि यदि उनकी बाकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वो एक बार फिर से आन्दोलन की रणनीति पर विचार करने को बाध्य होंगे। उल्लेखनीय है कि इस संबध में पूर्व में डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ के पदाधिकारियों की प्रमुख अभियंता (विकास) एवं विभागाध्यक्ष तथा प्रमुख अभियंता (ग्रामीण सड़क) से भी वार्ता हुई थी, जिसके बाद आन्दोलन को दो सप्ताह का समय देकर स्थगित कर दिया गया था।