Saturday, April 20, 2024
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सड़कों पर अतिक्रमण बेशुमार, निगम मौन

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  • अतिक्रमण हटाओ अभियान रिकॉर्ड का काम पूरा होते ही ठंडे बस्ते में

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: सड़कों पर जिधर भी देखो उधर ही अवैध अतिक्रमण की भरमार है। इन अवैध अतिक्रमण पर नगर निगम पूरी तरह से मौन बनी हुई है। यदि कभी कभार निगम के द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया भी जाता है तो वह केवल रिकार्ड का कारम पूरा करने को ओर उस कार्रवाई की जद में भी कुछ गरीब एवं बेसहारा लोग ही आते हैं। जिन्होंने तिरपाल या बांस बल्ली के द्वारा अतिक्रमण किया हुआ है।

जिन लोगों के पक्के अतिक्रमण हैं। उन तक निगम का बुलडोजर नहीं पहुंच पाता। शायद या तो उनकी पकड़ मजबूत है या फिर निगम में मजबूत सेटिंग, जिसके चलते उनके अवैध अतिक्रमण पर महाबली नहीं गरजता। प्रदेश में भले ही किसी की भी सरकार रही हो, लेकिन जिसकी निगम में मजबूत पकड़ रही है, उसके अवैध अतिक्रमण पर निगम हमेशा ही मेहरबान दिखाई देती है।

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उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार भले ही अवैध कब्जे एवं अतिक्रमण के मामले में सख्त दिखाई देती हो, लेकिन नगर निगम क्षेत्र में सड़क पर अतिक्रमण करने वालों पर नगर निगम खासी मेहरबान दिखाई देती है। यदि कभी-कभी शासन के निर्देश पर सख्ती के बीच अवैध अतिक्रमण हटाओ अभियान भी चलाया जाता है तो शायद वह केवल रिकॉर्ड का कारम पूरा करने के लिये ही चलाया जाता हो।

यदि देखा जाये तो महानगर में कोई सड़क ऐसी होगी जिस पर अस्थाई एवं स्थाई अतिक्रमण न हुआ हो। जिसमें अतिक्रमण के चलते सड़कों पर जाम की समस्या बनी दिखाई देती है। यह अतिक्रमण कोई ओर नहीं बल्कि सड़क किनारे के दुकानदार एवं अन्य कुछ लोगों के द्वारा सामान आदि खरकर कर लिया जाता है। कलक्ट्रेट के निकट हो या फिर बेगमपुल, घंटाघर हो या फिर हापुड़ चोराहा।

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जिधर भी देखो उधर सड़क पर अतिक्रमण की भरमार है। सदर तहसील के निकट भी सड़क पर अतिक्रमण देखा जा सकता है। महानगर में भले ही अतिक्रमण के चलते जाम की समस्या एक बड़ी समस्या नासूर के रूप में बनती जा रही हो, लेकिन निगम इस तरफ से आंखे मूंदे हुये हैं। करीब दो माह पूर्व अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत की गई थी।

जिसमें कुछ छोटे गरीब तबके के लोगों के बांस बल्ली के सहारे हुये अतिक्रमण को हटवाकर रिकॉर्ड का कारम पूरा कर लिया और जब बड़ों के अवैध अतिक्रमण पर बुलडोजर चलना चाहिए था तब अभियान को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। उसके बाद प्रदेश में नगर निकाय चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू होने की बात कहते हुये अतिक्रमण हटाओ अभियान को बंद कर दिया।

आचार संहिता खत्म हुए भी कई दिन बीत गए, लेकिन नगर निगम के द्वारा अभी तक अतिक्रमण हटाओ अभियान की शुरुआत नहीं की गई। कई जगहों पर तो लोगों के द्वारा सड़क पर वाहनों की पार्किंग कराकर उनसे पार्किंग शुल्क तक वसूला जाने लगा है, लेकिन नगर निगम इस तरह के मामलों में पूरी तरह से खामोश और मौन दिखाई दे रही है।

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महानगर में लगातार सड़कों पर अवैध अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है, जोकि भविष्य में लोगों के लिये यह एमस्या एक नासूर बन सकती है। नगर निगम कार्यालय के आसपास भी सड़कों पर अतिक्रमण की भरमार है, लेकिन निगम के कर्मचारी एवं अधिकारी उस तरफ से आंखे मूंदे हुए हैं।

एनएच-58 पर खड़ौली चौराहा पर हर रोज लगता है घंटों जाम

मेरठ: नेशनल हाइवे पर खड़ौली चौराहे पर भोला जाने वाले रास्ते पर हर रोज जाम लगता है। जिसमें जाम की झाम से जहां एक तरफ वाहन चालक परेशान रहते हैं। वहीं, दूसरी ओर स्थानीय लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। दिन में कई बार वाहनों की लंबी लाइन खड़ौली चौराहे पर लग जाती है। जिसके चलते सड़क पार करने वाले स्थानीय लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। सोमवार को भी जाम के झाम से लोग खासे परेशान रहे।

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सोमवार को भीषण गर्मी में लोग बेहाल दिखाई दिये। जिसमें सबसे ज्यादा समस्या सड़क पार करने वाले स्थानीय लोगों के सामने आई। जिसमें वह सड़क पार करने के लिये काफी देर तक धूप में ही खडेÞ रहे, लेकिन वाहनों की लाइन कम नहीं हुई। स्थानीय लोगों ने इस जगह पर फ्लाईओवर बनवाने की मांग की है, ताकि लोगों को जाम के झाम से मुक्ति मिल सके।

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