जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: विधानसभा सत्र में विधायकों को 24 घंटे पूर्व की आरटीपीसीआर रिपोर्ट के साथ प्रवेश मिलेगा। अधिकारियों, मीडिया कर्मियों और अन्य विजिटर्स के लिए भी आरटीपीसीआर जांच अनिवार्य होगी। जो रिपोर्ट लेकर नहीं आएंगे, उनका विधानसभा में ही एंटीजन टेस्ट किया जाएगा।
सत्र की तैयारियों को लेकर अधिकारियों की बैठक
मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने नौ व दस दिसंबर को होने वाले विधानसभा सत्र की तैयारियों को लेकर अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में प्रमुखता से कोविड से बचाव के प्रबंधन पर चर्चा की गई।
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि तय किया गया है कि विधायक जहां से भी चलें या तो वहां जांच कराएं या फिर विधायक हॉस्टल में आरटीपीसीआर जांच कराएं।
उन्होंने कहा कि चूंकि कई विधायक दिवंगत हो चुके हैं और कई के इस्तीफे हो चुके हैं। लिहाजा, सभा मंडप में ही सत्र का आयोजन किया जाएगा।
जो लोग आरटीपीसीआर रिपोर्ट लेकर नहीं आएंगे, उनका विधानसभा के गेट पर ही एंटीजन टेस्ट किया जाएगा। कोविड से बचाव की जो भी गाइडलाइंस हैं, उनका पूर्णतया पालन किया जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष अग्रवाल ने पूर्व विधायकों से अपील की है कि कोविड से सुरक्षा के मद्देनजर वह इस बार विधानसभा सत्र में न आएं।
आखिरी सत्र भी बेहतर होगा
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि जिस तरह से लोकसभा, राज्यसभा या अन्य राज्यों में सत्र के दौरान माहौल होता है, उत्तराखंड में उससे इतर बेहतर माहौल रहा है।
उन्होंने कहा कि संभवतया यह इस सरकार का आखिरी सत्र है। विपक्ष लगातार बेहतर भूमिका में रहा है। इस बार भी उम्मीद है कि इसी बेहतर माहौल में सत्र संपन्न होगा।
विधानसभा सत्र के मद्देनजर बुधवार को सर्वदलीय और कार्यमंत्रणा की बैठक होगी। इसमें आगामी सत्र को लेकर मंथन होगा। विधानसभा में इस बार कौन से बिल आएंगे और क्या कार्रवाई होगी, इसका खाका तैयार किया जाएगा।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आगामी सत्र के लिए विधायकों की ओर से 250 प्रश्न आए हैँ। उन्होंने बताया कि सत्र की कार्रवाई का वेबकास्ट भी किया जाएगा।
सत्र के दौरान केवल विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, नेता सदन, नेता प्रतिपक्ष और मंत्रियों के वाहन को ही प्रवेश की अनुमति होगी।