जनवाणी संवाददाता |
बड़ौत: आर्य समाज बड़ौत तथा एस्रो के सामुहिक तत्वाधान में नगर के बिनौली रोड स्थित जागृति बाल विद्या मन्दिर में बच्चों के चरित्र निर्माण एवं पर्यावरण सम्बधित कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस मौके पर आर्य समाज के मंत्री प्रीतम सिंह आर्य ने कार्यक्रम का शुभारम्भ गायत्री मंत्र के गायन के साथ कराया। गायत्री मंत्र के अर्थ एवं भावार्थ पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जो बच्चे गायत्री मंत्र का जाप करते हैं। उनकी बुद्धि प्रकाशित होती है और वे अपने कार्यों में प्रथम स्थान प्राप्त करते हैं। उन्होंने बच्चों को बताया कि आपने माता, पिता, गुरु की सेवा करने तथा उनसे आशीर्वाद लेने के लिए नमस्ते, प्रणाम आदि करना चाहिए।
डा. ओमवीर सिंह आर्य ने कहा कि आर्य समाज के चौथे नियम सत्य को ग्रहण करने और असत्य को छोड़ने में सर्वदा उद्यत रहना चाहिए। उन्होंने कहा क बचपन में जो आदत पड़ जाती है।वह जीवन पर्यन्त बनी रहती है। एस्रो के संयोजक संजय राणा ने पर्यावरण विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि पर्यावरण का हमारे स्वास्य से सीधा सम्बंध है।
यह जानते हुये भी हमने पर्यावरण प्रदूषित कर दिया है। उसके बाद पर्यावरण को बचाने में आगे नहीं आ रहे हैं। उन्होंने पर्यावरण प्रदूषण में कीट नाशकों का भारी योगदान है। यहां तक कि पर्यावरण प्रदूषण से गर्भस्थ शिशु भ प्रभावित हो रहे हैं। पर्यावरण को शुद्ध रखने कठोर कदम उठाने होगें। अधिक से अधिक पेड़ लगाने होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विक्रम आर्य ने भी बच्चों को पर्यावरण और चरित्र निर्माण पर सचेत किया।
इस मौके पर ओंकार सिंह तथा ब्रह्म सिंह बावली ने भी विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन देवेन्द्र शास्त्री ने किया। इसमौके पर एक प्रतियोगिता कराई गई। इसमें अभिनव कक्षा आठ को प्रथम, कु. नाबिया कक्षा सात को द्वितीय व कु. रिया कक्षा तीन को तृतीय द्वितीय स्थान प्राप्त करने पर पारितोषिक प्रदान किये गये। ध्यार्यक्रम में प्रधानाचार्य कुसुमलता, अध्यापिका बबीता, निशा, कु.शिवानी, अंजलि, आरती का सहयोग रहा।