- फसल के वाजिब दाम न मिलने व कृषि कानूनों को वापस लेने को उठाया कदम
जनवाणी ब्यूरो |
बिजनौर: फसल के वाजिव दाम न मिलने व किसान विरोधी कृषि कानूनों के विरोध में जनपद के एक और किसान ने अपने खेत में खड़ी करीब पांच बीघा गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चला कर जोत डाली। किसान ने केंद्र व प्रदेश सरकार पर किसानों के उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब किसान को फसल का उचित दाम ही नहीं मिलेगा तो फसल पैदा ही क्यों करें।
फसलों का वाबिज दाम न मिलने व किसान विरोधी तीनों कृषि कानूनों का किसान विरोध कर रहे हैं। चांदपुर क्षेत्र के गांव कुलचाना में एक किसान ने अपने खेत में खड़ी गेहूं की फसल जोत कर कृषि कानूनों का विरोध किया। वहीं नगीना तहसील के गांव तेलीपुरा निवासी किसान कुलदीप कुमार ने भी गेहूं की फसल ट्रैक्टर से जोत डाला।
इसी क्रम में गुरुवार के बिजनौर के गांव भरैरा में किसान अतर सिंह ने अपनी पांच बीघा गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया। किसान के खेत में खड़ी गेहूं की फसल पर बालियां भी आ गई थीं। किसान अतर सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार मनमानी पर उतारु है।
किसानों की बिना मर्जी के तीनों किसान विरोधी काले कानून बनाकर किसानों पर थोपे जा रहे हैं। सरकार के बनाए गए नए कानूनों से किसान अपने खेत में मजदूर बनकर रह जाएंगे। खेतों पर प्रधानमंत्री के चहेते पूंजीपतियों का कब्जा हो जाएगा। किसान अतर सिंह ने कहा कि अगर सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती है तो वह अपने खेतों में खड़ी अन्य फसल को भी जोत डालेंगे।