जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: किसान आंदोलन का आज 50वां दिन है। दिल्ली से सटी सीमाओं पर किसान अभी भी डटे हुए हैं। कृषि कानून को लेकर किसान और सरकार के बीच गतिरोध जारी है। सुप्रीम कोर्ट के कमेटी वाले फैसले पर भी किसान संगठन संतुष्ट नजर नहीं आ रहे हैं।
देश के अलग-अलग हिस्सों में किसानों ने लोहड़ी पर कृषि कानून की प्रतियां जलाई और आंदोलन को और तेज करने की अपील की। पंजाब के दो गांव मोगा का राउक कलां और संगरूर का भल्लरहेडी में ट्रैक्टर मार्च में शामिल न होने वाले लोगों पर जुर्माना लगाने का ऐलान किया है।
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्केडेंय काटजू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने किसानों के साथ गतिरोध को खत्म करने को लेकर सरकार को कई सुझाव दिए हैं।
भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल समूह) के नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने किसानों को एक खुले पत्र में स्पष्ट किया है कि ट्रैक्टर मार्च केवल हरियाणा-नई दिल्ली सीमा पर होगा, लाल किले पर नहीं होगा जैसा कि कुछ नेताओं द्वारा दावा किया जा रहा है। राजेवाल ने उन किसानों को भी अलगाववादी तत्वों से दूर रहने को कहा है जो मार्च में ट्रैक्टर निकालने की कोशिश कर रहे थे।