Saturday, June 21, 2025
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किसानों ने किया हाइवे जाम, बाजार खुले

  • भारत बंद के आह्वान का असर वेस्ट यूपी की सड़कों पर दिया दिखाई

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: वेस्ट यूपी के हाइवे किसानों के कब्जे में रहे। भारत बंद के आह्वान का असर वेस्ट यूपी की सड़कों पर दिखाई दिया। मेरठ, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, बागपत, शामली, सहारनपुर, गाजियाबाद और आसपास के जनपदों में मंगलवार को किसानों के भारत बंद का मिलाजुला असर दिखाई दिया। सुबह 11 बजे शुरू हुए इस आंदोलन का दोपहर में तीन बजे तक प्रभाव दिखा। जगह-जगह हाइवे पर चक्का जाम के चलते यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। कुछ स्थानों पर तीन बजे से पहले और कुछ स्थानों पर तीन बजे जाम खोल दिया गया।

भारत बंद आह्वान को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने व्यापक स्तर पर तैयारियां की थी। भारी पुलिस बंदोबस्त किये थे, मगर तमाम बंदोबस्त किसानों के सामने बेबस दिखे। सुबह ही वेस्ट यूपी में विभिन्न पार्टियों के तमाम नेताओं को पुलिस ने घर में भी नजरबंद कर लिया था। सुबह 11 बजे के करीब मेरठ, मुजफ्फनगर, बिजनौर, शामली, सहारनपुर, बुलंदशहर में किसानों ने हाइवे पर चक्का जाम लगाना शुरू कर दिया था, इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।

मेरठ में हाइवे पर कंकरखेड़ा के जिटौली कट पर शाम तीन बजे तक धरना चला, जिसके बाद ही धरना खत्म किया। किसानों ने एसडीएम सुनीता सिंह को ज्ञापन सौंपा, जिसमें कृषि बिल को वापस लेने की मांग की गई थी। मौके पर एसडीएम सुनीता सिंह के अलावा एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव, सीओ दौराला संजीव दीक्षित, इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा तपेश्वर सागर भारी पुलिस बल और आरएएफ के साथ मौजूद रहे।

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परतापुर में भी भाकियू नेता विजय पाल घोपला अपने समर्थक किसानों के साथ एनएच-58 पर डेरा लगाये हुए थे। यहां पर सुबह 11 बजे से लेकर शाम तीन बजे तक चक्का जाम चला। एम्बुलेंस व सेना की गाड़ियों को छोड़कर किसी की भी गाड़ी सड़क से नहीं निकलने दी। आंदोलन पूरी तरह से शांतिपूर्ण ढंग से चला, जिसमें कहीं कोई अप्रिया घटना नहीं हुई। दबथुवा में भी भाकियू ने मेरठ-करनाल हाइवे पर सुबह से ही कब्जा जमा लिया था। यहां भी दोपहर तीन बजे तक किसानों का आंदोलन चला। हाइवे किसानों के कब्जे में रहा।

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भारत बंद का समर्थन करने वाले 19 गिरफ्तार

किसानों द्वारा आहुत भारत बंद का समर्थन करने के लिये सड़कों पर उतरे 19 कांग्रेस, सपा और आप कार्यकर्ताओं के अलावा व्यापारी नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और शाम चार बजे के बाद उनको जमानत पर छोड़ा गया। भारत बंद का समर्थन करते हुए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता अभिषेक द्विवेदी तथा देशवीर सिंह को टीपी नगर पुलिस ने रोहटा रोड से लिया हिरासत में लिया।

गिरफ्तारी की खबर सुनते ही थाने के बाहर पहुंचे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी के विरोध में टीपी नगर थाने के बाहर प्रदर्शन किया और छोड़ने की मांग की, लेकिन पुलिस ने नहीं छोड़ा। सिविल लाइन पुलिस ने कांग्रेस के नेताओं को प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तार कर लिया। ब्रह्मपुरी पुलिस ने सपा नेता पवन गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया।

जो गिरफ्तार हुए

प्रिंस शर्मा निवासी जाहिदपुर, सूर्यांश तोमर निवासी नेहरु नगर, रोहित राणा निवासी अछरोंडा, नवनीत नागर निवासी बुढ़ानागेट, महेन्द्र शर्मा निवासी ब्रह्मपुरी, हाजी शबनूर निवासी शाहनत्थन, पवन गूर्जर निवासी माधवपुरम, जीतू नागपाल, शैंकी वर्मा, देशवीर सिंह, अभिषेक द्विवेदी आदि।

चौराहे बने छावनी, कई इलाकों में रही कड़ी सुरक्षा

किसानों के भारत बंद को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये थे। हर चौराहों पर पुलिस बल तैनात किया गया था। पूरे जनपद को बारह जोन और 31 सेक्टरों में बांट कर पुलिसकर्मी तैनात किये गए थे। डीएम और एसएसपी ने ड्रोन कैमरे से सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। डीएम के. बालाजी ने मंगलवार को पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बेगमपुल चौपला, तेजगढ़ी चौराहा, जेल चुंगी चौराहा, हापुड़ अड्डा चौराहा सहित विभिन्न स्थानों का दौरा किया।

उन्होंने ड्रोन कैमरे से भी की जा रही मॉनिटरिंग को भी देखा। इस मौके पर उनके साथ वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहित अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे। वहीं जनपद में भारत बंद के आह्वान पर जनपद में कड़ी सुरक्षा की गई है। शहर की सुरक्षा को अर्द्धसैनिक बलों के हवाले किया गया है।

प्रशासन ने शहर को पांच जोन और 15 सेक्टरों में बांटकर मजिस्ट्रेट तैनात किए थे। पुलिस ने जनपद को 12 जोन और 31 सेक्टरों में बांट कर ड्यूटी लगाई थी।। प्रशासन ने साफतौर पर कहा था कि कि कोई भी व्यापारी से जबरदस्ती बाजार बंद नहीं करा सकेगा। शहर में पांच अतिसंवेदनशील प्वांइट बनाए गए थे। एसएसपी अजय साहनी का कहना है किसी ने भी बाजार बंद कराने की कोशिश नहीं की।

पुलिस का कड़ा बंदोबस्त किया गया था। सुबह से ही शहर के प्रमुख बाजार में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। पीएसी और आरएएफ के अलावा अर्द्धसैनिक बल के जवानों को भी लगाया गया था। शहर के अतिसंवेदनशील प्वाइंट हापुड़ अड्डा, भूमिया का पुल, जाकिर कालोनी, सेंट्रल मार्केट और आबूलेन में अतिरिक्त पुलिस बल लगाया गया था। पुलिस सोमवार रात से ही व्यापारिक संगठनों से बात करके उनको मनाने का प्रयास करने में लगी हुई थी।

भगत सिंह मार्केट बंद करने की थी योजना, पुलिस ने खुलवाया

किसानों के द्वारा भारत बंद की घोषणा को देखते हुए हापुड़ अड्डे स्थित भगत सिंह मार्केट को बंद करने की योजना बनाई गई थी। जब सुबह 11 बजे तक बाजार खुलना शुरु नहीं हुआ तो पुलिस ने जाकर पूरा बाजार खुलवाया। बाद में एडीजी और डीएम ने व्यापारियों से बात करके शांति बनाये रखने की अपील की।

किसानों के भारत बंद के आह्वान पर पूरा शहर खुला हुआ था। हर बाजार में रोज की तरह रौनक दिख रही थी, लेकिन मंगलवार को सुबह 11 बजे तक हापुड अड्डा स्थित भगत सिंह मार्केट की 20 फीसदी दुकानें भी नहीं खुली हुई थी। जैसे ही बाजार बंद होने की सूचना पुलिस अधिकारियों तक पहुंची पूरा प्रशासनिक अमला वहां पहुंच गया।

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सबसे पहले सीओ कोतवाली अरविन्द चौरसिया पहुंचे और व्यापारियों से बात करके बाजार खुलवाने की बात की। पहले कुछ व्यापारियों ने आनाकानी करनी शुरु की तो पुलिस ने सख्ती दिखाते हुए बाजार खुलवाने को राजी कर लिया। आधा घंटे के अंदर पूरा बाजार खुल गया। थोड़ी देर बाद एडीजी राजीव सभरवाल, डीएम के बालाजी, एसएसपी अजय साहनी आदि भी हापुड़ अड्डे गए और व्यापारियों से काफी देर तक बातचीत की और उनसे शांति बनाये रखने की अपील भी की।

वहीं, सुरक्षा के इंतजामों को परखने के लिए एडीजी, डीएम और एसएसपी हापुड़ अड्डे पहुंचे और व्यापारियों से बातचीत की। बाद में सुरक्षा के लिये पुलिस फोर्स भी तैनात कर दिया गया। आरएएफ की तैनाती के बाद व्यपारियों ने राहत की सांस ली क्योंकि स्थानीय व्यापारियों को इस बात का डर था कि बंद के दौरान कोई असमाजिक तत्वों के द्वारा नुकसान न कर दिया जाए। यही कारण रहा कि दिन में कई बार अधिकारियों की गाड़ियां इस चौराहे से होकर निकली।

कृषि विधेयक के विरोध में हाइवे पर किसानों का कब्जा

नेशनल हाइवे पर जाटौली कट के सामने भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी विनोद जाटौली और रालोद नेता गौरव जाटौली के नेतृत्व में भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने हाइवे पर ट्रैक्टर-ट्रॉली और अन्य वाहन लगाकर करीब 11 बजे कब्जा कर लिया। इस दौरान पुलिस ने रालोद पार्टी के नेता यशवीर चौधरी, सुनील रोहटा व अन्यपदाधिकारियों को गायत्री ग्रीन कॉलोनी में नजर बंद कर दिया।

उधर, प्रगतिशील लोहिया पार्टी के प्रेस प्रवक्ता को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। करीब 2:30 बजे किसानों ने एसीएम प्रथम सुनीता सिंह को ज्ञापन सौंपा जिसके बाद जाम खोल दिया। भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारी विनोद जाटौली और रालोद पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष गौरव जाटौली के नेतृत्व में कृषि विधेयक बिल के विरोध में नेशनल हाइवे जाटौली कट पर जाम लगा दिया।

इस दौरान कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों का दो टूक कहना था कि केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि विधेयक बिल को वापस किया जाए और न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू किया जाए। इस दौरान सीओ दौराला संजीव दीक्षित, इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा तपेश्वर सागर और अन्य पुलिस बल जगह जगह तैनात रहा।

किसानों को समझाने का प्रयत्न किया। दोपहर करीब ढ़ाई बजे किसानों ने एसीएम प्रथम सुनीता सिंह को ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने कृषि विधेयक बिल को वापस लेने न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू करने की मांग करते हुए मांग रखी गयी। इस दौरान किसानो ने हाइवे पर भट्ठी लगाकर खाना बनाया और सबको प्रसाद के रूप में वितरित किया।

वहीं, पुलिस ने रालोद के प्रदेश उपाध्यक्ष गौरव जाटौली के अलावा रालोद नेता यशवीर सिंह, सुनील रोहटा और अन्य पदाधिकारियों को गायत्री ग्रीन कालोनी में नजर बंद रखा। उधर, प्रगतिशील लोहिया पार्टी के शांति वर्मा को हिरासत में कर लिया था।

लोकदल ने समर्थन देकर हाइवे किया जाम

राष्ट्रीय लोकदल के पदाधिकारी भी हाइवे पर जाम लगाकर धरने पर बैैठे किसानों को समर्थन देने के लिए जा रहे थे। परंतु इस दौरान पुलिस को सूचना मिल गई और मौके पर आरआरएफ लेकर पहुंची पुलिस ने गायत्री ग्रीन के गेट को बंद कराकर कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को रोकने का प्रयास किया। जिस पर कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच नोकझोंक और धक्का-मुक्की हुई।

सोहराब ग्यास ने कहा कि किसानों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सोहराब ग्यास, क्षेत्रीय अध्यक्ष यशवीर सिंह, जिलाध्यक्ष राहुल देव, संगठन प्रभारी राजकुमार सांगवान, प्रवक्ता सुनील रोहटा, राममेहर गुर्जर, नरेंद्र, सौरभ व्यास, मुकेश जैन, गौरव जिटौली आदि मौजूद रहे।

भाकियू कार्यकर्ताओं ने किया थाने के सामने हाइवे जाम

कृषि कानून के विरोध में भारत बंद आंदोलन के तहत भाकियू कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को दौराला थाने के सामने हाइवे पर धरना देते हुए जाम लगा गया। जाम लगने के कारण वाहनों के पहिये थम गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसानों व कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया। परंतु वह कृषि कानून वापस लिए जाने की मांग पर अड़े रहे।

कार्यकर्ताओं ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपकर जाम खोला। धरने पर लावड़, दौराला, वलीदपुर, मटौर, धंजू, सकौती, इकलौता, सुरानी, चिरौड़ी आदि गांवों के किसान शामिल हुए। उपेंद्र प्रधान, प्रवीण, विकास, हरपाल, राकेश, अंकित, ललित, विनोद, जितेंद्र, दीपक, सतबीर सिंह आदि मौजूद रहे।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष को घर में किया नजरबंद

रुड़की रोड स्थित शीलकुंज कालोनी में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अवनीश काजला रहते हैं। बताया गया कि मंगलवार की सुबह पल्लवपुरम एसओ दिग्विजय नाथ शाही फोर्स लेकर उनके घर पहुंच गए। कांग्रेस जिलाध्यक्ष किसानों के आंदोलन में शामिल होने जा रहे थे। इसी बीच उन्हे घर में ही नजर बंद कर दिया गया। उधर, सपा के पूर्व राज्यमंत्री सुधाकर सिंह कश्यप को पल्लवपुरम पुलिस ने भारत बंद के आह्वान के बाद घर में नजर बंद कर दिया।

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