- किसान आंदोलन के कारण भैंसाली बस स्टैंड से नहीं हो पाया बसों का संचालन
- दिनभर यात्री रहे परेशान स्टैंड पर खाली पड़ी रहीं बसें, दोपहर तीन बजे के बाद दौड़ाई गई बसें
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कृषि बिल को लेकर किसानों द्वारा हाइवे का चक्का जाम किया गया। ऐसे में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस प्रशासन ने भी सतर्कता बरतते हुए सभी हाइवे पर बेरिकेडिंग की। जिसके चलते रोडवेज बसों के भी पहिए थम गए। यात्री और बसें दोनों होने के बावजूद अपनी मंजिल की ओर रवाना नहीं हो सके। भैंसाली बस स्टैंड से विभिन्न रुटों पर संचालित होने वाली बसों का संचालन करीब चार घंटे तक बाधित रहा।
दरअसल, भैंसाली बस स्टैंड से दिल्ली, आनंद विहार, गाजियाबाद के अलावा मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बिजनौर, मवाना आदि जगहों तक जाने वाली बसों का संचालिन मंगलवार को सुबह करीब 11 बजे के बाद बाधित हो गया। किसानों द्वारा कृषि बिल के विरोध में देशव्यापी बंद का आह्वान किया गया था।
जिस कारण सभी रुटों पर किसानों और राजनीतिक दलों द्वारा हाइवे का चक्का जाम पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक किया गया। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए बसों का संचालन भी इस बीच बंद रहा। भैंसाली बस अड्डे पर सभी बसें खाली ही खड़ी रहीं। वहीं, यात्रियों को भी इससे असुविधाओं का सामना करना पड़ा।
बस अड्डे पर यात्री परेशान नजर आए। वहीं, सोहराब गेट पर भी बसें न मिलने के कारण यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। क्योंकि ज्यादातर बसें जाम में फंसी रहीं। जिस वजह से आगरा, बुलंदशहर और अलीगढ़ रुट की बसों का संचालन देरी से हो पाया।
ऐसे में यात्रियों को प्रतीक्षा करनी पड़ी। इस संबंध में एआरएम राकेश कुमार का कहना है कि हाइवे पर पुलिस द्वारा की गई बेरिकेडिंग को लेकर बसों का संचालन सुबह 11 बजे से बाधित रहा। दोपहर 3.30 बजे के बाद ही बसों का संचालन हो सका।